एयरपोर्ट पर बरामद साढ़े 4 करोड़ के गोल्ड के तार मुजफ्फरनगर से जुड़े निकले, हवलदार भी हुआ अरेस्ट
लखनऊ एयरपोर्ट पर पकड़े गए सोना तस्करों के तार मुजफ्फरनगर से जुड़े निकले। मंगलवार को राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से तस्करी का सोना लेकर मुजफ्फरनगर जा रहे एक तस्कर को करीब साढ़े चार करोड़ रुपये कीमत के विदेशी सोने के साथ धर दबोचा गया। यह सोना रियाद से आने वाली फ्लाइट से लाया गया था। टीम ने बरामद सोने को अपने कब्जे में ले लिया है बरामद सोने का वजन करीब नौ किलो बताया जा रहा है। डीआरआई टीम ने एयरपोर्ट से सोने के साथ तस्कर को बाहर निकलवाने वाले कस्टम के एक हवलदार को भी गिरफ्तार किया है।फिलहाल दोनों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है।
डीआरआई अधिकारियों के मुताबिक सऊदी अरब की राजधानी रियाद से आने वाली फ्लाइट से मंगलवार को उन्हें सोना लखनऊ आने की जानकारी मिली। इस पर टीम सुबह से ही अलर्ट होकर राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर तैनात हो गई। अधिकारियों की मानें तो फ्लाइट आने के थोड़ी देर बाद एक पैसेंजर एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग से बाहर निकला और पोर्टिको में खड़ी एक्सयूवी कार में बैठ गया। बाद में वह कार से तेज रफ्तार में एयरपोर्ट से भागने लगा। डीआरआई टीम को उस पर संदेह हुआ तो टीम ने भी कार का पीछा कर उसे आगरा एक्सप्रेस वे पर रोक लिया और पूरी कार सहित कार में सवार युवक की तलाशी ली। तो उसके अंडरवियर से 77 गोल्ड बिस्कुट बरामद हुए। बिस्कुट युवक ने अंडरवियर से बनी अपनी बेल्ट में सिल कर रखे थे। डीआरआई अफसरों की मानें तो बरामद सोने का वजन नौ किलो है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत साढ़े चार करोड़ रुपये है। अफसरों ने जब पकड़े गए युवक से बरामद सोने के बारे में पूछताछ की तो उसने बताया कि यह सोना उसे मुजफ्फरनगर पहुंचाना था। डीआरआई अफसरों का कहना है कि सोने के मुख्य तस्कर को पकड़ने के लिए एक टीम मुजफ्फरनगर रवाना कर दी गई है। मुखबिर से सूचना मिली थी कि रियाद से लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर आने वाली फ्लाइट में दो यात्री सोने के बिस्कुट की तस्करी कर ला रहे हैं। इन सोने के बिस्कुट को हवाई अड्डे से बाहर निकलते ही वहां पहले से मौजूद एक तस्कर को सौंप दिया जाएगा और वह तस्कर इसे मुजफ्फरनगर लेकर जाएगा। लेकिन उसे पहले ही पकड़ लिया गया। देर रात तक भी लखनऊ की टीम मुजफ्फरनगर नही पहुंची थी। यह सोना मुजफ्फरनगर में कहा जाना था यह भी कोई अफसर बताने को तैयार नही हुआ।