क्रांतिकारियों के पुण्य स्मरण हेतु 7 मई से प्रारंभ हुई थी पदयात्रा
मेरठ। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद के तत्वावधान में 10 मई 1857 की 165वीं वर्षगांठ के अवसर पर मेरठ की ओर से विशिष्ट रूप में क्रांतिकारियों के पुण्य स्मरण हेतु 7 मई 2022 से प्रारंभ हुई पदयात्रा बुधवार को पांचवे दिन नवीन शाहदरा राम सत्संग भवन से चलकर पुराने लोहे के पुल होती हुई लाल किला पर पहुंची।
उल्लेखनीय है कि 10 मई 1857 के क्रांतिकारी भी ठीक इसी मार्ग से लाल किला दिल्ली पहुंचे थे। लाल किला पर समापन विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए पदयात्रा के संयोजक एवं इतिहास विभाग सीसीएसयू के अध्यक्ष तथा सांस्कृतिक साहित्य परिषद के समन्वयक प्रोफेसर विघ्नेश कुमार त्यागी ने कहा, 165 वर्ष पूर्व बलिदान हुए उन हुतात्माओं के पुण्य स्मरण के लिए एवं भावी पीढ़ी में उन बलिदानों के प्रति जन जागृति के लिए इस पदयात्रा का आयोजन किया गया था। यद्यपि भीषण गर्मी में यह कार्यक्रम असंभव सा लग रहा था किंतु, बलिदानों के प्रति समर्पण भाव और श्रद्धा भावना पद यात्रियों के मन में उत्साह जगाए रखा। श्री त्यागी ने बताया, प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए आजादी के अमृत महोत्सव जैसे विराट कार्यक्रम से प्रोत्साहित होकर हमने यह योजना बनाई। विश्वविद्यालय के साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद के सदस्य डॉ. कुलदीप कुमार त्यागी ने समापन विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि हम सब लोग जो इस पद यात्रा में शामिल हुए अत्यंत भाग्यशाली हैं कि हमें आजादी के अमृत महोत्सव के कालखंड में अपने पूर्वजों के बलिदान को भावी पीढ़ी के सामने रखने के लिए पदयात्रा का अवसर प्राप्त हुआ। इस अवसर पर डॉक्टर शिवानी, डॉ. योगेश कुमार, डॉक्टर अल्पना काजल, निधि, अवंतिका गौतम, विवेक, विजयपाल, आकाश, सत्येंद्र, श्रीराम, आयुष, आवेश, हर्षदीप, रुद्रा, विशाल, यशुकांत, मुकेश, कर्नल अमरदीप और योद्धा एकेडमी के सैकड़ों जवान उपस्थित रहे। कमांडेंट सुजीत का विशेष सहयोग रहा।
UP : मुज़फ्फरनगर मे कॉलेज जा रही दलित छात्र को उसके गांव के ही एक…
UP के मुरादाबाद मे मुस्लिम युवती ने प्रेमी को पाने के लिए मजहब की दीवार…
राज्य सभा सांसद विजयपाल सिंह तोमर ने गिनाई भाजपा की उपलब्धियां अहमद हुसैन सरधना। विधान…
अपनी दोस्त के रूम मे फांसी के फंदे पर लटका था सिपाही राजेश.. नीचे बैड…
शादी की वर्ष गांठ कार्यक्रम मे शामिल मेहमान भी बने पक्षकार अदालत मे साबित करना…
शब्बीर अहमद बुलन्दशहर। एक माह के रमजान के बाद अकीदमंदों ने अल्लाह की बारगाह में…