बच्चों की सेहत सुधारे बिना नहीं बन सकते विश्वगुरू: आनंदी बेन पटेल

राज्यपाल ने नई पीढ़ी की स्वास्थ्य शिक्षा बेहतरी पर दिया जोर, बिजली-पानी बचाने को किया प्रेरित
-मुजफ्फरनगर के 75 आंगनबाड़ी केंद्र लिए गए गोद, राज्यपाल के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ कार्यक्रम
मुजफ्फरनगर। यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने जिला जिला पंचायत सभागार में आयोजित अभिनव पहल कार्यक्रPlम में कहा कि भारत तब तक विश्व गुरु नहीं बन सकता जब तक बच्चों की सेहत और शिक्षा पर पूर्ण रूप से ध्यान नहीं दिया जाता। इसी उद्देश्य के चलते आंगनबाड़ी केंद्रों को समृद्ध करने की मुहिम चलाई गई है। इसमें विश्वविद्यालय, कॉलेज और उद्यमियों को जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि सभी यहां से प्रण लेकर जाएं कि बिजली, पानी को बचाना है। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आंनदी बेन पटेल ने गुरुवार को जनपद मुजफ्फरनगर का भ्रमण किया गया। इस दौरान जिला पंचायत सभागार में आंगनबाडी केन्द्रो को गोद लेने का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसके अन्तर्गत जनपद के कुल 75 आंगनबाडी केन्द्रो को गोद लिया गया। उक्त कार्यक्रम में राज्यपाल आंनदी बेन पटेल के अतिरिक्त केन्द्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव कुमार बालियान, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल, पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल, विधान परिषद सदस्य वंदना वर्मा, चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला, शाकुम्भरी देवी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एचएस सिंह द्वारा सम्मानित अतिथि के रूप में मंच पर प्रतिभाग किया गया। मंचासीन अतिथियों के अतिरिक्त जिलाधिकारी चन्द्रभूषण सिंह, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) नरेन्द्र बहादुर सिंह, उपजिलाधिकारी सदर, परमानन्नद झा, मुख्य चिकित्साधिकारी महावीर सिंह फौजदार, जिला पंचायत राज अधिकारी अनिल कुमार, अपर मुख्य अधिकारी जितेन्द्र कुमार, उपायुक्त उद्योग परमहंस मोर्य, प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार गोंड, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी, गोद लिये गये आंगनबाडी केन्द्रो की 75 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां, 09 आंगनबाडी सहायिकाएं, 18 आशा एवं 18 ग्राम प्रधान द्वारा प्रतिभाग किया गया। मंच का संचालन मुख्य विकास अधिकारी आलोक यादव ने किया। आंगनबाडी केन्द्र गोद लेने वाली चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा 15 आंगनबाडी केन्द्र, शाकुम्भरी देवी विश्वविद्यालय द्वारा दस आंगनबाडी केन्द्र, बैंकिग एसोसिएशन, मुजफ्फरनगर द्वारा कुल तीस आंगनबाडी केन्द्र (पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक व कैनरा बैंक द्वारा पांच-पांच आंगनबाडी केन्द्र, सेन्ट्रल बैंक आॅफ इण्डिया, इण्डिन बैंक, पंजाब एण्ड सिंध बैंक, यूनियन बैंक आॅफ इण्डिया द्वारा तीन-तीन आंगनबाडी केन्द्र बैंक आॅफ बडौदा द्वारा दो आंगनबाडी केन्द्र तथा बैंक आॅफ इण्डिया द्वारा एक आंगनबाडी), विपुल भटनागर अध्यक्ष, आईआईए चैप्टर, मुजफ्फरनगर, रजनीश कुमार, अध्यक्ष, फैडरेशन आॅफ मुजफ्फरनगर कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज, सतीश चन्द गोयल निदेशक टिहरी आॅयरन एण्ड स्टील कास्टिंग लिमिटिड एवं संजय कुमार जैन निदेशक, सर्वोत्तम रोलिंग मिल्स प्राईवेट लिमिटेड मुजफ्फरनगर द्वारा पांच-पांच आंगनबाडी केन्द्रो को गोद लिया गया। कार्यक्रम के दौरान पांच अथवा अधिक आंगनबाडी केन्द्रो गोद लेने वाली सात संस्थाओ को राज्यपाल ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही 10 आंगनबाडी केन्द्रो को सुविधा सम्पन्न बनाने के लिए खिलौना किट का वितरण राज्यपाल एवं मंचासीन अतिथियों द्वारा स्वयं किया गया। तत्पश्चात राज्यपाल द्वारा अपनी उद्बोधन के दौरान सर्वप्रथम आंगनबाडी केन्द्र गोद लेने वाली संस्थाओ का धन्यवाद किया गया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आंगनबाडी केन्द्रो के उत्थान को केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे विभिन्न प्रयासों के अतिरिक्त समाज द्वारा भी योगदान किये जाने का अनुरोध किया गया। वहीं जनप्रतिनिधियों एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों से अपेक्षा की गयी कि वह अपने भ्रमण के दौरान आंगबाडी केन्द्र पर ड्राई राशन वितरण व्यवस्था, प्राथमिक विद्यालयों में मिड-डे-मील एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, स्वास्थ्य उपकेन्द्र पर गर्भवती महिलाओ के पंजीकरण से सम्बंधित जानकारी अवष्य करें एवं किसी भी व्यवधान की दशा में अपेक्षित कार्यवाही भी करें। राज्यपाल द्वारा नगर सूत्र (न-नल अर्थात जल, ग-गटर, नाली एवं र-रोड) का उल्लेख करते हुए करते हुए जनप्रतिनिधियों को इनसे सम्बंधित समस्याओ के निराकरण में व्यस्त रहने एवं अन्य आधारभूत सुविधाओ पर अपेक्षित ध्यान न दिये जाने के विशय में अवगत कराया गया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिलाधिकारी से अपेक्षा की कि वह उनके आंगनबाडी केन्द्र गोद लेने, सुविधा सम्पन्न बनाने के कार्यक्रम को आगे बढाने की दिशा में यथासम्भव प्रयास करेंगे। इसके पश्चात जिलाधिकारी द्वारा राज्यपाल को धन्यवाद ज्ञापित किया एवं आश्वासन दिया गया कि वह आंगनबाडी केन्द्र गोद लेने, सुविधा सम्पन्न बनाने के कार्यक्रम को आगे बढाने का हर सम्भव प्रयास करेंगे। इसके बाद राज्यपाल की अनुमति से कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की गयी।
रोगमुक्त कराने का लें संकल्प, शिक्षा का उजियारा लाएं
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि सभी प्रधान संकल्प ले कि अपने गांव को टीबी मुक्त करना है, कुपोषण सभी बच्चों को मुक्ति दिलानी है। प्रत्येक व्यक्ति को रोगमुक्त करना है, अशिक्षा का अंधेरा दूर करना है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि कुलपति से लेकर शिक्षक, प्रधान, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को ट्रेनिंग की जरूरत है। आज के बच्चे काफी तेज हैं। समय-समय पर जरूरतें बदल रही हैं। इसके चलते प्रशिक्षण कार्यक्रम नियमित चलते रहना चाहिए। इससे व्यवस्थाएं दुरुस्त रहेंगी।