यू ट्यूब पर छा गई हरियाणवी फिल्म गीता, दर्शकों ने खूब सराहा कलाकारों को
जी हां! शनिवार को यूट्यूब के कविता जोशी ऑफिशियल चैनल पर 3 पार्ट में रिलीज हुई गीता फिल्म दर्शकों के दिलो-दिमाग पर छा गई है। हालांकि फिल्म के रिलीज होते ही उस पर यूट्यूब द्वारा प्रतिबंध लगा दिया गया था परंतु जब यूट्यूब की इंडिया टीम से उस पर बात की गई तो उन्होंने केस को यूनाइटेड स्टेट रेफर कर दिया। जहां पैनल ने फिल्म के तीनों पार्ट देखने के बाद एक-एक कर उनसे प्रतिबंध हटा लिया।
जिसके चलते दर्शकों को काफी मायूसी हुई, दर्शक फोन, कमेंट करके लगातार फिल्मों की स्थिति के बारे में जानकारी लेते रहे कि आखिर फिल्म यूट्यूब से कैसे हट गई हैं।
इस प्रतिबंध के चलते फिल्म की गति भी रुकी लेकिन देर शाम फ़िल्म से प्रतिबंध हटने के बाद दर्शकों ने फिल्म को अपना प्यार देना शुरू कर दिया।
फिल्म खबर लिखे जाने तक 25 लाख विवरशिप पार कर चुकी थी और एक बड़ी ब्लाक बस्टर होने जा रही है।
निर्माता जानकी जोशी द्वारा प्रोड्यूस की गई और मुजफ्फरनगर के सोंटा गांव में शूट हुई ‘गीता फ़िल्म’ को सोनी ब्रोस एफएक्स स्टूडियो के लिए विजेंद्र सोनी द्वारा निर्देशित, प्रियंका शर्मा द्वारा सहायक निर्देशन और डीओपी बॉलीवुड के नामचीन बड़े कैमरामैन राजेश हंस द्वारा की गई।
इस फिल्म में हरियाणवी फिल्मी दुनिया की सुपरस्टार कविता जोशी मुख्य भूमिका में है उन्होंने गीता का किरदार बहुत जबरदस्त निभाया है।
फिल्म में हरियाणा के लोकप्रिय स्टार कलाकार देसी बॉय विक्की काजला जिनके सैकड़ों गाने देश-विदेश में बहुत अधिक प्रसिद्धि पा चुके हैं के साथ मुजफ्फरनगर के ही सोंटा गांव निवासी और अपनी पहली फिल्म कर रहे आदित्य राठी की भी उल्लेखनीय भूमिका रही है।
माता-पिता ना रहने के बाद परिजनों द्वारा किस तरह एक लड़की का शोषण किया गया और हवस के भूखे भेड़िए द्वारा किस तरह उस पर बुरी नजर डाली गई, किस तरह घर से निकाली गई गीता ने समाज के तानों का सामना किया वह इस फिल्म में देखा जा सकता है।
पिता की भूमिका में मुजफ्फरनगर के ही पत्रकार, बिजनेसमैन, सामाजिक कार्यकर्ता, किसान नेता से अभिनेता बने विकास बालियान ने ऐसी भूमिका का निर्वहन किया कि दर्शक लगातार उन्हें बधाइयां दे रहे हैं।
लोग यहां तक कह रहे है कि हरियाणवी इंडस्ट्री में पिता की भूमिका उनसे बेहतर कोई नहीं कर सकता। उन पर बाहर से आई एक अपरिचित लड़की की मदद करने पर समाज किस तरह उंगली उठाता है उन की लाचारगी, बेचारगी असहाय हो जाना बिल्कुल जीवंत नजर आती है इसके बाद भी वह किस तरह गीता का साथ देते हैं यह इस फिल्म में दिखाया गया है।
फिल्म के अंदर राजवीर सिंह डांगी, आकांक्षा चौधरी, बबली सांगवान, बल्लू त्यागी, अतुल वत्सल, मुस्तकीम, शेंकी अग्रवाल, धर्मवीर राठी, सुरेश राठी, तुषार राठी, सचिन पाल, स्वाति आदि ने भी महतवपूर्ण भूमिका निभाई है।
सभी कलाकारों ने अपनी भूमिका से न्याय किया है।
फिल्म का निर्देशन और लाइटिंग कैमरा वर्क किसी भी बॉलीवुड फिल्म से कम नहीं है, फिल्म बहुत अच्छी बनी हुई है और इसे लगातार दर्शक पसंद कर रहे हैं।
इस फिल्म के निर्माण में हालांकि कविता जोशी के सामने बहुत समस्याएं आई। बहुत से कलाकारों ने काम करने से इंकार कर दिया। वहीं राह में रुकावटें भी डाली गई।
उधर विकास बालियान के पिता की भी तबीयत खराब होने के चलते वह फिल्म में काम नहीं कर रहे थे परंतु उनके पिता ने उनसे कहा कि वह फिल्म में काम करें उन्हें कुछ नहीं होगा और यह आश्चर्य की बात है कि जिस दिन फिल्म का निर्माण पूर्ण हुआ उसी दिन उनके पिता ने अंतिम सांस ले ली।
यह फिल्म मुजफ्फरनगर के एसडी मेडिकल इंस्टीट्यूट एवं रिसर्च सेंटर, न्यू आशीर्वाद हॉस्पिटल, द्वारका सिटी, खतौली नहर, मंसूरपुर शूगर मिल, देवराना रिसोर्ट आदि जगह भी शूट की गई।
वही फिल्म के निर्माण के दौरान थाना सिविल लाइन, मंसूरपुर थाना और खतौली थाना पुलिस ने पूर्ण सहयोग सुरक्षा, व्यवस्था दी।
फिल्म के अंदर मुस्तकीम लकी अली मेकअप आर्टिस्ट है।
फिल्म के गाने भी लोगों की जुबान पर चढ़ चुके हैं।
फिल्म की कहानी कृष्णपाल भारत और आकांक्षा चौधरी ने लिखी है। फिल्म में संगीत धनेश राज, एसबीएम वॉइस, पंडित जी म्यूजिक द्वारा दिया गया है।
वही गानों के बोल राजीव अजनबी और कृष्ण दायमा ने लिखे हैं राजीव अजनबी का ‘राजी बोल जा ‘ गाना विश्व स्तर तक प्रसिद्ध है।
वही ‘राजी बोल जा’ गीत के संगीतकार धनेश राज ने फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक दिया है। गीतों को अपने स्वर से धनेश राज, संदीप चंदेल, हरीश शर्मा और मोहिनी पटेल ने सजाया है। कैटरिंग नन्ही की रही और शाहरुख, साजन, चंदन आदि ने स्पॉट बॉय व टेक्निकल स्टाफ के रूप में फिल्म निर्माण में भूमिका निभाई।
फिल्म रिलीज होने के बाद नोएडा में सोनी ब्रोज़ एफ़एक्स स्टूडियो में लॉन्चिंग सेलिब्रेशन भी किया गया। जिसमें जाने-माने निर्माता-निर्देशक ओपी राय, निर्माता जितेंद्र चौहान, निर्माता जानकी जोशी, अभिनेत्री कविता जोशी, संगीतकार धनेश राज, अभिनेता विकास बालियान, अधिवक्ता और निर्माता चिराग बालियान, आदित्य राठी, सचिन पाल, धीरज चौधरी, एड़ी प्रियंका शर्मा डीओपी राजेश हंस, निर्माता निर्देशक निगम सोनी आदि उपस्थित रहे।
कुल मिलाकर मुजफ्फरनगर के अंदर बनी गीता फिल्म सफलता के नए झंडे गाड़ रही है। इससे पहले भी मुजफ्फरनगर में ही बनी धाकड़ छोरा, आसरा, लाडला छोरा, क्लेश आधी फिल्म भी सफल हो चुकी है। सोशल मीडिया पर फिल्म पूरी तरह छाई हुई है और लोगों के कमेंट बता रहे हैं कि उन्हें यह फिल्म बहुत अधिक पसंद आई है।
फिल्म में विकास बालियान की पिता की भूमिका को बहुत अधिक सराहा गया है। कविता जोशी, विक्की काजला, आदित्य राठी फिल्म में पूरी तरह छाए हुए हैं कविता जोशी ने गीता की भूमिका को अमर कर दिया है। वहीं विक्की काजला ने डॉक्टर की भूमिका निभाकर साफ कर दिया है कि कोई भी किरदार वह जबरदस्त तरीके से निभा सकते हैं।
कविता जोशी ऑफिशियल चैनल पर आशा के बाद अब आई गीता फिल्म ऊंचाइयों को छूने जा रही है इसमें कोई शक नहीं है।
बताते चलें कि उनकी कविता जोशी ऑफिशियल चैनल पर आई पहली फिल्म आशा को 5 करोड़ दर्शक देख चुके हैं।
कविता जोशी को मुजफ्फरनगर में फिल्म निर्माण से पहले कई कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ा। उन्हें लोगों ने कहा कि यह क्राइम कैपिटल है यहां लड़कियों के साथ बदसलूकी होती है तुम अकेले हो, फिल्म कैसे बना पाओगे।
लेकिन मुजफ्फरनगर के लोगों ने उन्हें इतना साथ समर्थन और प्यार दिया कि उनकी फिल्म कब और कैसे बन गई उन्हें खुद भी पता नहीं।
कविता जोशी कहती हैं कि “मुजफ्फरनगर पलक पावडे में बिठा कर रखता है इसमें वास्तव में गुड़ जैसी मिठास है”।
कविता जोशी कहती है कि उनकी फिल्म में विकास बालियान पिता की भूमिका के रूप में है और वह वास्तव में भी उन्हें पिता जी ही कहती है और उन्होंने इस फिल्म के निर्माण के दौरान पूरी तरह उनका साथ दिया और दिन रात एक कर दी। जिसके बाद ही फिल्म आसानी से निर्मित हो पाई।