इज़राइल का फिलिस्तीन पर हमला जारी, हो सकता है विश्व युद्ध

इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच रॉकेट और हवाई हमले जारी हैं। इजरायल के ताबड़तोड़ हवाई हमलों के चलते फिलिस्तीनियों में दहशत का माहौल है। माना जा रहा है कि अगर इजरायल और फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास के बीच यह संघर्ष ऐसे ही जारी रहा तो यह निश्चित रूप से ‘युद्ध’ में तब्दील हो जाएगा।
इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ ने संघर्ष विराम पर विचार करने से पहले गाजा में ‘शांति’ बहाली के लिए हमास और अन्य मुस्लिम चरमपंथी गुटों पर और अधिक हमले की बात कही है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी देते हुए कहा है, ‘यह तो अभी शुरुआत है. हमें उन्हें (चरमपंथी गुटों) ऐसा सबक सिखाएंगे कि वो सपने में भी ऐसा करने की नहीं सोचेंगे’।
एक समाचार एजेंसी ने इजरायली सेना के हवाले से बताया कि गाजा के चरमपंथी गुटों ने सोमवार से अब तक इजरायल पर 1,000 से अधिक रॉकेट दागे हैं. वहीं इजरायल की सेना ने गाजा के भीड़भाड़ वाले तटीय इलाके में इस्लामी गुटों पर सैकड़ों हवाई हमले किए है।
सात वर्षों के बाद हुए इस टकराव में गाजा में अब तक कम से कम 56 लोग मारे गए हैं. इनमें 14 बच्चे और 6 इजरायली शामिल हैं. इसमें भी एक इजरायली सैनिक और एक भारतीय महिला शामिल हैं।
वेस्ट बैंक की झड़पों में तीन फिलिस्तीनी मारे गए है, और कम से कम 230 फिलिस्तीनी और 100 इजरायली घायल हुए हैं. साल 2014 की गाजा जंग के बाद सबसे भीषण लड़ाई हाल के हफ्तों में यरुशलम में फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों और इजरायली पुलिस के बीच संघर्ष की वजह से शुरू हुई है. यह प्रदर्शन अल-अक्सा मस्जिद परिसर पर केंद्रित थे जो यहूदियों और मुसलमानों, दोनों के लिए पवित्र है।
इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच मौजूदा टकराव को लेकर दुनिया की शक्तियां भी चिंतित हैं. संयुक्त राष्ट्र मध्य पूर्व के दूत टोर वेन्स्लैंड ने चेतावनी दी कि “हम पूरी तरह से युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं”।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने एक और आपातकालीन बैठक की, लेकिन इजरायल के मुख्य सहयोगी देश अमेरिका के विरोध के चलते संयुक्त बयान जारी नहीं किया जा सका. यानी यह बैठक बेनतीजा रही।
फिलहाल, इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने यहूदी-अरब मिश्रित इजरायली शहर लॉड में आपातकाल का ऐलान किया है. पुलिस का कहना है कि कई जगह दंगे जैसी स्थिति है अधिकारियों ने बाद में वहां रात भर कर्फ्यू लगा दिया।
यरुशलम में विरोध प्रदर्शन के चलते नागरिकों में असंतोष भड़कने की आशंका जाहिर की जा रही है. फिलिस्तीनी झंडे जलाने, कार और संपत्ति में आग लगाने की घटनाएं सामने आई हैं. वहीं फिलिस्तीनियों और इजरायली पुलिस के बीच झड़प भी जारी है. शहर में यहूदी बाइक चालकों पर हमले की घटनाएं भी सामने आई हैं।
इजरायल के राष्ट्रपति रियूवेन रिवलिन ने पूरी घटना को संगठित तरीके से की गई वारदात करार दिया है. अल-अक्सा मस्जिद की घटना की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अरब लोगों ने हिंसा के लिए उकसाया और पवित्र यहूदी स्थल पर हमला किया. रिवलिन ने कहा कि इजरायल को अपने घरों की रक्षा और बचाने के लिए सशस्त्र तरीके से तैयार रहना चाहिए।
इजरायली सेना ने बताया कि फिलिस्तीनी गुटों खासकर हमास और इस्लामिक जिहाद ने 1000 से ज्यादा रॉकेट दागे हैं. तेल अवीव पर भी सैकड़ों हमले किए गए, जहां रात भर हवाई सायरन बजता रहा।इजरायली सेना ने बताया कि इजरायल के मिसाइल इंटरसेप्टेड सिस्टम आयरन डोम ने हमास के सैकड़ों रॉकेट को हवा में ही नष्ट कर दिए. इजरायल ने गाजा पर सैकड़ों हवाई हमले किए हैं. हमास ने कहा है कि उसके कई शीर्ष कमांडर इजरायली हमलों में मारे गए हैं. इसमें गाजा सिटी के सैन्य प्रमुख बासेम इस्सा भी शामिल हैं।