डोनाल्ड ट्रम्प के विरोध के बीच गुजराती मूल के जोहरान ममदानी ने जीता न्यूयॉर्क सिटी मेयर का चुनाव

नई दिल्ली/न्यूयॉर्क। भारतीय मूल के जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क सिटी मेयर चुनाव में जीत हासिल कर इतिहास रच दिया है। डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार ममदानी ने निर्दलीय प्रत्याशी एवं पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो और रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस स्लीवा को हराकर अमेरिका के सबसे बड़े शहर की कमान संभाल ली है।
🗳️ चुनाव का परिणाम:
– जोहरान ममदानी को 51.5% से अधिक वोट मिले।
– एंड्रयू कुओमो को लगभग 39.7% और कर्टिस स्लीवा को शेष वोट प्राप्त हुए।
– यह चुनाव न्यूयॉर्क सिटी के इतिहास में सबसे अधिक मतदान वाले चुनावों में शामिल रहा।

🌍 पहचान और पृष्ठभूमि:
– ममदानी भारतीय मूल के मुस्लिम नेता हैं, जिनका जन्म युगांडा में हुआ और पालन-पोषण न्यूयॉर्क में।
– वे न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के सदस्य रह चुके हैं और प्रगतिशील नीतियों के समर्थक हैं।
– उनकी जीत को प्रवासी भारतीयों, युवाओं और सामाजिक न्याय समर्थकों का समर्थन मिला।
🗣️ विजय भाषण में भारतीय विरासत का उल्लेख:
– ममदानी ने अपनी जीत को “जनता की जीत” बताया और जवाहरलाल नेहरू की “Tryst with Destiny” स्पीच को उद्धृत किया।
– उन्होंने कहा, “आज हमने पुराने से नए की ओर कदम बढ़ाया है — एक ऐसा न्यूयॉर्क जो सबका है।”
🇺🇸 अमेरिकी राजनीति में हलचल:
– राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव परिणाम को स्वीकार किया, हालांकि उन्होंने ममदानी की विचारधारा को “अत्यधिक वामपंथी” बताया था।
– अमेरिकी मीडिया में इस जीत को न्यूयॉर्क की नई दिशा के रूप में देखा जा रहा है।
यह जीत तब और भी महत्वपूर्ण हो जाती है जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनके खिलाफ खुला मोर्चा खोलते हुए पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो को समर्थन दिया था।
🗳️ ट्रंप की तीखी प्रतिक्रिया और चुनावी दखल:


– चुनाव के अंतिम चरण में राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ’ पर पोस्ट करते हुए कहा:
“चाहे आप व्यक्तिगत रूप से एंड्रयू कुओमो को पसंद करते हों या नहीं, आपके पास वास्तव में कोई विकल्प नहीं है। ममदानी इसके लिए सक्षम नहीं हैं।”
– ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर ममदानी जीतते हैं तो न्यूयॉर्क शहर एक ‘पूर्ण आर्थिक और सामाजिक आपदा’ में बदल जाएगा।
– उन्होंने संघीय सहायता रोकने की धमकी देते हुए कहा:
“मैं राष्ट्रपति होने के नाते खराब स्थिति में पैसा नहीं भेजना चाहता।”
🌍 जनता ने दिया जवाब:
– ट्रंप की चेतावनियों और धमकियों के बावजूद न्यूयॉर्क के मतदाताओं ने ममदानी को भारी समर्थन दिया।
– ममदानी की जीत को प्रगतिशील एजेंडे, प्रवासी समुदायों और युवाओं का समर्थन माना जा रहा है।
– उन्होंने अपने विजय भाषण में कहा:
“हमने डर नहीं, उम्मीद को चुना है। यह शहर सबका है।”
🗣️ राजनीतिक विश्लेषण:
– विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप की बयानबाज़ी ने ममदानी के पक्ष में जनभावनाओं को और मजबूत किया।
– यह जीत अमेरिकी राजनीति में विविधता, समावेशिता और जनचेतना की नई लहर का संकेत है।
विशेष:
जोहरान ममदानी की जीत न सिर्फ भारतीय प्रवासी समुदाय के लिए गौरव का विषय है, बल्कि यह अमेरिकी राजनीति में विविधता और समावेशिता की ओर बढ़ते कदम का प्रतीक भी है।




