देहरादून में मीडियाकर्मी को हत्या की धमकी.. पुलिस कप्तान से शिकायत

टीओटी लॉज से जुड़े लोगों ने दी जान से मारने की धमकी…
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और अधिकारियां से की लिखित शिकायत
देहरादून। नाबालिग बच्चों और छात्रों को अवैध रूप से शराब पीलाने और उसकी आड़ में नशे का कारोबार करने वाले नशा तस्करों के खिलाफ आवाज उठाने का काम करने वाले पत्रकार राज छाबड़ा निवासी श्री बालाजी अपार्टमेंट निवासी देहराखास कोतवाली पटेलनगर को टीओटी लॉज के लोगों ने जान से मारने की नीयत से और उस पर हमला करने के लिए जाल बिछाया तो पीड़ित युवक ने पुलिस हैडक्वाटर्स पर तैनात पुलिस अधिकारियों से लेकर एसएसपी तक को लिखित शिकायत दी लेकिन आजतक उस पर कोई ठोस कार्यवाही आरोपियां पर नहीं हो सकी।
पीड़ित राज छाबड़ा ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह को दी गई तहरीर पर आरोप लगाते हुए बताया कि वह एक चैनल का संचालन करता है और कुछ रोज पूर्व उसके द्वारा बसंत विहार थाना क्षेत्र के इंदरानगर में टीओटी लॉज से जुड़े लोगों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते हुए उनके खिलाफ नशे के दलदल में युवा पीड़ी और नाबालिग बच्चों को धकेलते हुए उन्हे जहां शराब परोशे जाने और नशे का हुक्का पीलाए जाने की शिकायत दर्ज करवाई थी।
उसने बताया कि इस बात की जानकारी जब स्थानीय पुलिस को हुई तो पुलिस ने लॉज पर छापा मारकर वहां पर मौजूद लोगों के चालान कर उन्हे चेतावनी देते हुए छोड़ दिया था। पीड़ित ने आरोप लगाया कि जब पुलिस ने छापा मारकर उक्त लॉज को बंद करवाने का काम किया तो आरोप है कि लॉज से जुड़े व्यक्तियों वैभव सोनकर तथा राजा ने उसकों देख लेने की धमकी दी और अपने साथियो के साथ मिलकर उसकी हत्या करने का षज्ञयंत्र रचना प्रारंभ कर दिया।
पीड़ित ने बताया कि विगत पांच नवंबर की रात्रि करीब आठ बजे उक्त टीओटी लॉज का नए सिरे से संचालन करने वाले व्यक्ति यश अग्रवाल द्वारा उसे लॉज के उदघाटन अवसर पर आमंत्रित किया था कि इसी बीच उक्त लॉज के पूर्व स्वामियों और धमकी देने वाले राजा और वैभव सोनकर,लाला,पवन और अतुल ने उसे चारों ओर से घेर लिया और जान से मारने की धमकी देकर वहां से फरार हो गए।
पीड़ित ने बताया अपने आपको चारों ओर से घिरा देखकर वहां किसी तरह से अपनी जान बचाते हुए वहां से भाग निकला।
युवा पत्रकार राज छाबड़ा उर्फ रोहित ने पुलिस मुख्यालय पर मौजूद पुलिस अधिकारियों और दून के एसएसपी अजय सिंह से लेकर क्षेत्राधिकारी सदर से अपनी जानमाल की सुरक्षा की मांग करते हुए आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत करने की मांग की।




