अतिथियों का खूब सत्कार किया मुजफ्फरनगर ने, किसानों के लिये खोल दी मस्जिदे

मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत के दौरान जैसा कि कयास लगाया गया था, वैसा ही हुआ। शहर में चौराहों एवं गली के नुक्कडो से गुजरने वाले किसानों के लिए भरपूर भोजन की व्यवस्था की गई थी, यहां तक कि किसानो के नहाने के लिए मेरठ रोड पर स्थित मस्जिद खोल दी गई। यहां किसानो ने विश्राम किया तो वहीं बाहर बने वजू खाने पर स्नान भी किया। इसके अलावा शामली रोड पर दर्जन भर से अधिक टैंट लगाकर किसान ढाबे लगाये गये थे। इस महापंचायत को समर्थन कर रही समाजवादी पार्टी, रालोद, कांग्रेस व कई अन्य दलो की ओर से स्वागत के लिए फ्लैक्स, बैनर एवं कैम्प लगाये गये थे। प्राईवेट चिकित्सको ने एक सैकडा से अध्कि निःशुल्क कैम्प लगाकर किसानो को दवाओं का वितरण किया।
मीनाक्षी चौक पर प्राईवेट चिकित्सको के कैम्प की जिम्मेदारी आयुर्वेदिक एवं यूनानी पंजीकृत चिकित्सक संघर्ष समिति ने संभाली। जहां बीती रात इस कैम्प का उद्घाटन भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत के पुत्र चरण सिंह टिकैत ने किया था। जहां चिकित्सको ने हजारो किसानों को निःशुल्क दवाओं का वितरण किया। यहीं पर सपा नेता गौरव स्वरूप ने कैम्प लगाकर किसानों को निःशुल्क भोजन वितरण किया। नगरीय क्षेत्रा में अतिथि देवो भव की परम्परा को पूरी तरह से परवान चढ़ाया गया। जैसा कि भाकियू सुप्रीमो चौ. नरेश टिकैत ने कहा था कि जनपद में आने वाले हर किसान का मेहमान की तरह सत्कार होगा। ठीक इसी तरह यहां लोग सत्कार में जुटे रहे। नगर के खादरवाला मोड में रविदास सेवा समिति ने ठंडा पेयजल कैम्प लगाया तो वहीं मेरठ रोड पर स्क्रैप यूनियन ने हजारो लोगों का भंडारा आयोजित किया। जिसमें लोगों ने पहुंचकर भोजन किया। महापंचायत स्थल पर पंजाब के किसानों ने व्यवस्था को पूरी तरह से संभाल लिया था। हालांकि भाकियू के वालिंटियर पहले ही अलर्ट थे। यहां पंजाब हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान के अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम उत्तर प्रदेश किसानों की अच्छी खासी भागीदारी देखने को मिल रही थी। महिलाओं की भी खासी भीड़ यहां पहुंची थी। इनमें पंजाब की महिलाएं बडी तादाद में थी। किसानों में केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश था। यहां पहुंचे किसानों से बात की गई तो उनका कहना था कि चुनाव से इस महापंचायत का कोई लेना देना नहीं है क्योंकि किसान संगठन पहले ही भारतीय जनता पार्टी को हराने की बात कह चुके हैं।