वार रूम की शिकायत निस्तारण में रूचि न लेने पर पालिका EO का वेतन रोका

मुजफ्फरनगर में कलक्टर के वार रूम में आने वाली शिकायतों को हल्केपन से लेने वाले नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी हेमराज सिंह का वेतन रोक दिया गया है। जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने यह कार्यवाही उस समय की जब उन्हें पता चला कि वार रूम से जुडी 90 शिकायते पालिका में लंबित है। अफसर शिकायतों के निस्तारण में रूचि नही ले रहे है। इसके अलावा नगर पंचायत बुढाना भी ऐसे निकाय में शामिल है जहां शिकायतो पर ध्यान नही दिया जा रहा था। बुढाना के अधिकारियों पर भी कार्यवाही की बात कही जा रही है।
दरअसल जिले का चार्ज संभालने के बाद डी एम चन्द्र भूषण सिंह ने जनसमस्याओं के निदान के लिए व्हाट्सएप पर शिकायत स्वीकार करने की व्यवस्था बनाते हुए वार रूम की स्थापना की थी। वार रूम की स्थापना के बाद से अब तक 3 माह में 501 शिकायत मिली। जिनमे से लगभग 400 का निस्तारण हो चुका है। 101 शिकायत अभी विभिन्न विभागों के पटल पर लंबित है। समीक्षा के दौरान पाया गया कि समस्याओं के निदान में पालिका शहर फिसड्डी है। 70 शिकायत अभी लंबित है। जिनका कोई समाधान नही हो पा रहा है। इसके अलावा बुढाना नगर पंचायत में भी काफी शिकायतें लंबित है। जिस पर जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने अधिशासी अधिकारी हेमराज को दोषी मानते हुए उनका वेतन बाधित करने के आदेश कर दिए।
शिकायतों के निदान में टॉप 10 में आये अधिकारियो को दी शाबाशी
यहां वार रूम की शिकायतें के समाधान में नगर पालिका खतौली अव्वल रही। इसके अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी, पशु चिकित्सा विभाग व गन्ना विभाग ने भी त्वरित निदान किया। ऐसे में इन विभागों को शाबाशी दी गई है।
क्या है वार रूम, कैसे होता है काम-
वार रूम जिलाधिकारी कार्यालय में स्थित कंट्रोल रूम से संचालित है। यहां व्हाट्सअप नम्बर 9897749888 पर शिकायत एक निर्धारित प्रारूप पर ली जाती है। इसके लिए 4 कर्मियों का स्टाफ कार्य करता है। जो कि दिन रात मेहनत करके विभागों से सामंजस्य बनाकर शिकायत समाधान में अहम भूमिका बनाते है।