अपना इतिहास भुलाकर देश खड़ा नहीं हो सकता: सुनील आंबेकर

केवल कुछ लोगों ने आजादी नहीं दिलाई, राजा महेंद्र प्रताप की पुस्तक का हुआ विमोचन
मेरठ। अपने इतिहास को भुलाकर कोई भी देश खड़ा नहीं हो सकता इतिहास को पढ़ना बहुत जरूरी है, हम लोगों को यह बात समझने की जरूरत है कि केवल कुछ लोगों ने देश को आजादी नहीं दिलाई, हमें पता करना होगा, हमें जानना होगा कि हम कौन हैं, हमें यह भी जानना होगा कि हमारे देश के पास बहुत सी प्रतिभाएं थी तो हम इतने पीछे क्यों? हमें मेडिकल साइंस पड़नी होगी, साइंस हिस्ट्री को पढ़ना होगा। सब लोगों का स्मरण करना होगा, यह हमारा परम कर्तव्य है।
यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने राजा महेंद्र प्रताप की पुस्तक माय लाइफ स्टोरी आॅफ 55 इयर्स 1947 के विमोचन के अवसर पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षा ग्रह में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि राजा महेंद्र प्रताप के बारे में देश को जितना जानना चाहिए था, वह नहीं जान पाए। राजा महेंद्र प्रताप ने आजादी के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया, आजादी के लिए वह दुनिया में घूमे, वहां के लोगों से मिले और उन्हें बताया कि सब मिलकर ही ब्रिटिश साम्राज्य से आजादी पा सकते हैं। सुनील आंबेकर ने कहा कि देश को आजादी बहुत से लोगों के प्रयास से मिली है। स्मरण करना आवश्यक है कि आजादी आसानी से नहीं मिली, क्षमता के अनुसार सब लोगों ने कुछ ना कुछ प्रयास किया, देश के हर कोने में आंदोलन लड़ा गया, यह देखने को कहीं नहीं मिलता कि इतना लंबा व्यापक व जन सरोकार से जुड़ा हुआ आंदोलन दुनिया में कहीं और हुआ हो, बहुत लोगों ने अपना सब कुछ लुटाकर देश की आजादी में हिस्सा लिया। राजा महेंद्र प्रताप ने देश की आजादी के लिए तो काम किया है, इसके अलावा देश के युवाओं को अच्छी शिक्षा मिले इसके लिए स्कूल व कॉलेज बनाएं। दुनिया में घूमकर यह भी जाना कि देश के युवाओं को अच्छी से अच्छी टेक्नोलॉजी से पहचान कराई जाए।
इन्होंने भी किया संबोधित
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे चौधरी चरण सिंह विवि के कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र कुमार तनेजा ने कहा कि देश की आजादी के लिए हर किसी ने अपना अपनी क्षमता के अनुसार योगदान दिया। हमें अपनी क्षमताओं को पहचानना होगा और उस और काम करना होगा। इस दौरान डॉ. दर्शन लाल अरोड़ा चौधरी, अमन सिंह, पूर्व सांसद कुंवर भारतेंदु सिंह, राजा महेंद्र प्रताप के वंशज सुधांशु प्रताप आदि ने अपने विचार रखे।
इनका रहा योगदान
मंच का संचालन अनिल गुप्ता ने किया। प्रोफेसर प्रशांत कुमार ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रोफेसर वाई विमला, प्रोफेसर वीरपाल सिंह, प्रोफेसर आरके सोनी, प्रोफेसर नीलू जैन गुप्ता, प्रोफेसर जयमाला, विधायक डॉ. सोमेंद्र तोमर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक महेंद्र कुमार, प्रांत प्रचारक अनिल कुमार, अजय मित्तल, सुरेंद्र कुमार, सुमंत कुमार, अरुण कुमार, डॉ. विवेक त्यागी, प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र गुप्ता सहित विश्वविद्यालय के अनेक शिक्षक तथा छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।