समाधान दिवस में पुलिस कप्तान ने खाकी को पढाया अनुशासन का पाठ

नगर कोतवाली में हुआ समाधान दिवस का आयोजन
किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी: चंद्र भूषण सिंह
मुजफ्फरनगर। समाधान दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी व एसएसपी ने शहर कोतवाली का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिये कि समाधान दिवस में आने वाले मामलों का तुरन्त निस्तारण किया जाये और जो पुराने विवाद हैं उनमें पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की टीम बनाकर मौके पर भेजा जाये और मामलों का निपटारा किया जाये। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। गौरतलब है कि शनिवार को थानों में समाधान दिवस मनाया जाता है, जिसमें जमीन संबंधी विवादों का निस्तारण किया जाता है। समाधान दिवस के अवसर पर पुलिस कर्मियों के अलावा राजस्व विभाग की टीम भी मौजूद रहती है, ताकि मौके पर ही विवादों का निस्तारण किया जा सके। सोमवार को जिलाधिकारी चन्द्रभूषण सिंह व एसएसपी अभिषेक यादव शहर कोतवाली पहुंचे और यहां पर उन्होंने विवादों को सुनकर उनका मौके पर ही निस्तारण किया। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने अधीनस्थों को आदेश दिया कि समाधान दिवस पर आने वाले विवादों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जाये और यदि मौके पर जाने की आवश्यकता हो, तो पुलिस व प्रशासिनक टीमों का गठन कर मौके पर भेजा जाये। विवादों का किसी भी दशा में लम्बित नहीं रखा जायेगा।
दरोगा मोहित की बुलेट पर आगे नहीं लिखा था नंबर
शनिवार को डीएम चंद्रभूषण सिंह और एसएसपी अभिषेक यादव शहर कोतवाली पहुंचे। दोनों आला अधिकारियों ने वहां फरियादियों की शिकायत सुनी। दोनों आला अधिकारियों ने शहर कोतवाली का रिकॉर्ड भी चेक किया। इस दौरान एसएसपी ने शहर कोतवाली में तैनात दरोगा मोहित की बुलेट बाइक खड़ी देखी। एसएसपी ने देखा कि बाइक पर पिछली साइड में तो उसका रजिस्ट्रेशन नंबर था, लेकिन फ्रंट साइड पर कोई नंबर प्लेट नहीं थी। उन्होंने इस मामले में नाराजगी जाहिर की। बाइक पर फ्रंट साइड में पुलिस मोनो लिखा होने पर भी उन्होंने नाराजगी जताई। इसके बाद करीब 5000 हजार रुपए का चालान काट दिया गया।
हिंदूवादी नेता को धार्मिक कार्यक्रम की अनुमति से इनकार
समाधान दिवस के मौके पर एक हिंदूवादी नेता डीएम चंद्रभूषण सिंह के पास एक धार्मिक कार्यक्रम आयोजन की अनुमति लेने के लिए पहुंचा। जिस पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए जिले में कोई भी नई परंपरा प्रारंभ करने से इनकार कर दिया।