ईद की नमाज को लेकर हुए विवाद में कार्रवाई की मांग

ग्रामीणों ने पुलिस ऑफिस पहुंचकर पुलिस पर लगाए मेडिकल न कराने के आरोप
मुजफ्फरनगर। मंसूरपुर में ईद की नमाज पढ़ने को लेकर दो पक्ष के बीच हुए विवाद के बाद हुई मारपीट-पथराव के मामले में ग्रामीनो ने पुलिस ऑफिस पहुंचकर एक पक्ष के घायलों का मेडिकल न कराने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने एसएसपी से कार्रवाई की मांग की है। बृहस्पतिवार को पुलिस ऑफिस पहुंचेर मंसूरपुर ग्रामीणों ने बताया कि गांव निवासी मोहसिन का मंगलवार सुबह करीब 5.30 बजे गांव की मस्जिद पर ईद की नमाज पढ़ने को लेकर गांव के ही कुछ लेागों से विवाद हो गया था। आरोप है कि दूसरे पक्ष ने लाठी-डंडों व धारदार हथियारों से लैस होकर मोहसिन के घर पर हमला कर दिया था, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे। ऐजाज व इस्लाम पक्ष का कहना है कि मामले में दूसरे पक्ष के नसीम की तहरीर पर पुलिस ने एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए उमरदीन, कमालू, उजैर, परवेज, जुनैद व सलमान के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है, जबकि उनके पक्ष के भी महिलाओं समेत कई लोग घायल हैं, जिनका पुलिस ने मेडिकल तक नहीं कराया है। ग्रामीणों ने एसएसपी से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए एक पक्ष के घायलों का भी मेडिकल कराए जाने और पुलिस कार्रवाई किए जाने की गुहार लगाई है।
जबरन मकान खाली कराने का आरोप लगाया
मुजफ्फरनगर। मंसूरपुर क्षेत्र के गांव खानूपुर निवासी वृद्धा सुशीला देवी पत्नी ब्रह्मदत्त ने बृहस्पतिवार को पुलिस ऑफिस में शिकायती पत्र देकर बताया कि वह कुछ समय से परिवार के साथ मोहल्ला गोविंदपुरी, नई बस्ती में जगदीश के मकान में किराए पर रहती है। आरोप है कि उसका मकान खाली करने को लेकर मकान मालिक के साथ विवाद चल रहा है। इसी क्रम में गत दो मई की शाम करीब सात बजे कुछ लोग उसके किराए के मकान में घुस आए और गाली-गलौज करते हुए मकान खाली करने के लिए कहा। आरोप है कि जब वृद्धा के बेटे सम्राट ने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट करते हुए घर का सारा सामान बाहर निकालकर बीच सड़क पर फेंक दिया और धमकी देते हुए वहां से चले गए। पीड़िता के अनुसार, वे घटना की तहरीर देने थाने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने किसी तरह की कार्रवाई नहीं की। पीड़िता ने एसएसपी से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए वापस उसी मकान में सामान रखवाने की मांग की है।