हाइवे की जद में आए मकान: वाल्मीकि समाज के गरीब परिवारों को मिले उचित मुआवजा

मुजफ्फरनगर में शामली रोड पर पानीपत खटीमा हाइवे पर पिछले 72 वर्षों से मकान बना कर रह रहे वाल्मीकि समाज के लोगो की भूमि अधिग्रहण का अभी तक मुआवजा नही मिला है।जबकि उनके मकानों पर हाइवे अथॉरिटी ने लाल निशान लगाकर चिन्हित भी कर दिया है। शनिवार को वाल्मीकि समाज के लोगो ने कार्यवाहक तहसीलदार सदर से जमीन और मकान के उचित मुआवजे की मांग की है।
जानकारी के अनुसार इस समय पानीपत खटीमा हाइवे का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है ग्राम जागाहेडी मे बस स्टैण्ड के पास वाल्मीकि समाज के करीब 14 लोगों के मकान हाइवे की जद में आ गए हैं।जिन्हे आज तक कोई मुआवजा नही दिया गया है तथा उनके घरों पर हाइवे अथोरटी ने लाल निशान लगा दिए है जिस कारण वाल्मीकि समाज के लोगो को घर से बेघर होने का अंदेशा सता रहा है और वें लोग करीब 72 वर्षों से अपने मकान बनाकर रह रहे है। मुआवजे की बाबत उन्होने संबंधित अधिकारियो को अपना मुआवजा प्राप्त करने के लिए फाईल उनके समक्ष प्रस्तुत कर रखी है परन्तु अभी तक कोई मुआवजा नही दिया गया है। और उनकी कुछ फाईल तहसीलदार सदर मुजफ्फरनगर के यहां विचाराधीन है जबकि ग्राम के अन्य लोगो को उनकी अधिग्रहित जमीन का मुआवजा मिल चुका है। अपने मुआवजे की बाबत आज ग्राम जागाहेड़ी के वाल्मीकि समाज के लोग मनोज सौदाई एडवोकेट के नेतृत्व में कार्यवाहक तहसीलदार सदर से मिले और उन्हे जल्द से जल्द उचित मुआवजा दिलाने की मांग की।
इस अवसर पर सोनू सरवट वाल्मीकि, पूर्व मंत्री मदनलाल चंद्रा, सागर वाल्मीकि, नरेश नन्दन वाल्मीकि, सुधीर पार्चा, बिजेंद्र, मांगा, ओमबीर, सुन्दर, ओमकारा, बिरेंद्र, श्रीमति सतो, श्रवण आदि मौजूद थे।