एक बार फिर खाकी पर रिश्वतखोरी का इल्जाम, DM से शिकायत

-विकलांग बच्चों के साथ महिला ने जिलाधिकारी से लगाई इंसाफ की गुहार
मुजफ्फरनगर। अपने दो विकलांग बच्चों व पति को साथ लेकर डीएम आफिस पहुंची पीडित महिला ने पुलिस विभाग पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई नहीं करने की बात कही। पीडिता के साथ ग्रामिणों ने दबंग व रसुखदार पूर्व ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एक ज्ञापन डीएम व एसएसपी को सौंपा।
मंगलवार को थाना छपार क्षेत्र के छपरा गांव निवासी बोबी पत्नी तरसपाल ने पूर्व प्रधान से अपने दोनों विकलांग बच्चों व पति की जान का खतरा बताते हुए इंसाफ की गूहार लगाई। पीडिता ने बताया कि उसका पति छः जून को सुबह के समय खेत पर काम करने गया था। इस बीच पूर्व ग्राम प्रधान अनिल कुमार व उसके भतीजे शुभम पुत्र सुनील व आदित्य पुत्र सुनील ने खेत में काम कर रहें उसके पति पर जान लेवा हमला कर दिया। उसने अपने भतीजों से साथ मिलकर मेरे पति को अकेला देख जान से मारने की नियत से खेत में दबोच लिए। दबंगों ने निर्दयता से मेरे पति पर फावडे से हमला कर दिया। जिसमें मेरा पति गंभीर रूप से घायल हो गया। इस बीच अन्य किसानों के मौके पर पहुंचने से पहले ही सभी आरोपी पीडित को अधमरा समझ कर खेत में ही छोड आए। किसी तरह घटना की जानकारी मेरे बुढे सुसुर को लगी। जिसके बाद उन्होंने सबसे पहले 100 नंबर पर पुलिस को घटना की जानकारी दी, बाद में ऐंबुलेंस को फोन कर बुलाया गया। इस दौरान गंभीर हालत में पीडित को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीडिता ने बताया कि पुलिस ने भी अपना काम करते हुए धारा 307 में मामला दर्ज कर लिया। इस बीच पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया। लेकिन मुख्य आरोपी दबंग पूर्व प्रधान अनिल कुमार ने पुलिस को पैसे खिला दिए। जिससे बाद से पुलिस आज तक पूर्व प्रधान को गिरफ्तार नहीं कर सकी। इस दौरान ग्रामिणों ने पुलिस पर आरोप लगते हुए कहा कि पुलिस ने पीडिता से भी लाखों रूपए कार्रवाई के नाम पर ले लिए। अब आरोपी आए दिन फैसले का दबाव बनाते हुए उसके पति व विकलांग बच्चों को जान से मारने की धमकी दे रहा है। पीडिता ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि यदि समय रहते आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह आत्मदाह करने को मजबूर होगी। पीडिता ने इस संबंध में एक ज्ञापन डीएम चंद्रभूषण सिंह को सौंप कर कार्रवाई की मांग की।