अपना मुज़फ्फरनगर
घास काटते किसान को आवारा सांड ने पटका, हाईवे पर किसानों ने लगाया जाम, पांच लाख पर हुआ समझौता

मुजफ्फरनगर में आवारा पशुओं के रख-रखाव और देखभाल के लिए भले ही जिले में करीब तीन दर्जन स्थाई और अस्थाई गौशाला चलाई जा रही हो, लेकिन आवारा पशु किसानों के लिए सिरदर्द बनने के साथ ही अब जानलेवा साबित होने लगे हैं। आज सवेरे खेत पर काम करने के लिए गये एक वृद्ध किसान पर खेतों में घूम रहे एक आवारा सांड ने हमला कर दिया। यह सांड इस कदर हमलावर हुआ कि किसान को पटक पटकर मार डाला। किसान की मौत से गुस्साये ग्रामीणों और परिजनों ने शव रखकर जाम लगा दिया और हंगामा किया। इस दौरान घंटों के हंगामे के बाद पुलिस ने ग्रामीणों को समझाकर शांत किया और वृद्ध किसान का शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को मुआवजा दिये जाने की मांग की है। एसडीएम सदर ने मृतक के स्वजन को पांच लाख रुपये का मुआवजा दिलाने की घोषणा की।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आवारा पशुओं के आतंक से किसान शुरूआत से ही परेशान हैं। फसलों के लिए घातक साबित होने वाले यह आवारा पशु अब किसानों और ग्रामीणों के लिए जानलेवा साबित होने लगे हैं। तितावी क्षेत्र में खेत में चारा लेने गए किसान ने जब खेतों में घुसे सांडों के एक झुंड को फसल नष्ट करते हुए देखकर वहां से भगाने का प्रयास किया तो इस झुंड में शामिल एक सांड हिंसक हो उठा और उसने इस किसान को पटक पटक कर मौत के घाट उतार दिया। साथ ही किसान की सारी फसल भी उजाड़ दी। मामला शनिवार सुबह मुजफ्फरनगर में पानीपत-खटीमा हाईवे पर तितावी गांव का है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तितावी निवासी 60 वर्षीय वृद्ध किसान राजवीर सिंह पुत्र जयसिंह सुबह घर से खेत में जाने के लिए निकला था। मुख्य मार्ग पर तितावी थाने से कुछ ही दूर सांड ने किसान पर हमला कर दिया। यह हमला उस समय हुआ, जबकि किसान राजवीर अपने खेतों में पशुओं के लिए चारा लेने के लिए गया था। किसान को सांड ने कई बार अपने सींगों में उलझाकर सड़क पर पटका और पटक पटक कर किसान को मौत के घाट उतार दिया। इस दौरान खेतों पर मौजूद दूसरे लोगों ने हिंसक हुए सांड से वृद्ध को छुड़ाने का प्रयास भी किया, लेकिन सांड के हमलावर रूप को देखकर कोई भी उससे भिड़ने का साहस नहीं जुटा पाया। किसान की मौत पर गुस्साए ग्रामीणों ने शव को पानीपत-खटीमा मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। मौके पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। ग्रामीणों का कहना है कि मुख्य मार्ग पर सांड रोजाना इधर से उधर घूम कर लोगों को घायल कर रहे हैं। प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। एसएचओ तितावी ने बताया कि शनिवार सुबह किसान राजवीर अपने खेत में चारा लेने गया था। ग्रामीणों का कहना है कि जंगल में घूम रहे सांडो ने किसान को घेर लिया और पटक पटककर मौत के घाट उतार दिया। खेतों की फसल भी उजाड़ डाली। कुछ किसानों ने इन सांड के झंुड को भगाने का प्रयास भी किया लेकिन डर के कारण वे सफल ना हो सके। उन्होंने बताया कि घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने किसान के शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया है। इसकी सूचना मिलने पर तितावी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। किसानों ने जिला प्रशासन से मृतक के स्वजन को 10 लाख मुआवजा दिलाए जाने की मांग की। एसडीएम सदर परमानंद झा तथा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गुस्सा किसानों को शांत किया। एसडीएम ने मृतक स्वजन को किसान निधी से पांच लाख रुपये का मुआवजा दिलाए जाने की घोषणा की। तब जाकर आक्रोषित किसान शांत हुए और जमा खुला। एसएचओ ने बताया कि बाद में जाम खुलवा दिया गया और शव का पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया।