रात के अंधेरे में हुई रेड: मुजफ्फरनगर में 3 फैक्ट्रियों से पकड़ी गई एक करोड़ की बिजली चोरी

बिजली विभाग के एम डी को मिली गोपनीय सूचना के आधार पर मेरठ की टीम ने छापे मारे
मुजफ्फरनगर। जनपद में एक करोड़ रुपए की बिजली चोरी पकड़ी गई है। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम प्रबंध निदेशक अरविंद मल्लप्पा को मिली गोपनीय सूचना के आधार पर गठित की गई टीमों ने मुजफ्फरनगर की विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान एचटी लाइन पर सीधा तार डालकर और मीटर में छेड़छाड़ कर बिजली चोरी करने के मामले सामने आए। ऊर्जा निगम की टीम ने मौके पर ही 24 लाख का शमन शुल्क विद्युत चोरों से वसूल किया। जबकि एक करोड़ का राजस्व निर्धारण किया गया। जिनसे जल्दी ही वसूली की बात कही गई है।
बिजली मीटर में रिमोट लगा मिला, जितना चाहे कर देते थे रीडिंग
एक्सईन (रेड) धीरेन्द्र कुमार के नेतृत्व में विक्रम सिंह प्रवर्तन दल मेरठ और जेई जेपी यादव के नेतृत्व में देर के समय विद्युत नगरीय वितरण खण्ड-3 मुजफ्फरनगर के अन्तर्गत शामली बाईपास स्थित प्लास्टिक दाना फैक्ट्री पर छापेमारी की गई। जिसमे स्नेहा ट्रेडर्स के यहां मीटर की इनकमिंग केबल में कट लगाकर 60 एचपी की चोरी पाई गयी। इसके बाद रेड टीम लुकमान पुत्र युसुफ के परिसर पर पहुंची। जहां लगे मीटर की इनकमिंग केबल काट कर 60 एचपी की चोरी पकड़ी गई। जांच टीम ने अली अहमद पुत्र अलीशेर के परिसर पर भी रेड डाली। जिसमें 40 एचपी की चोरी पकड़ी गई। जिसमें मीटर के अन्दर कोई खपत दर्ज नहीं होना पाया गया। मीटर संदिग्ध होने की स्थिति में अवर अभियन्ता (मीटर) को बुलाकर मीटर उतारकर सील कराया गया और उपभोक्ता की उपस्थिति में मीटर की जांच कराई गई। जिसमें मीटर के अन्दर रिमोट डिवाइस लगाकर आन/ऑफ करने का सिस्टम लगा पाया गया।
तीनों बिजली चोरों पर एफआईआर दर्ज
बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आरोपी तीनों लोगो के विरुद्ध चोरी की धारा 135 में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। विद्युत चोरी की पुष्टी होते ही संबंधित खंड (वितरण) स्टाफ को मौके पर बुलाया गया, जिसमें जेई राजेश कुमार (वि), एसडीओ आईपी सिंह और एक्सईएन एके वर्मा शामिल रहे।
मौके पर ही 24 लाख रुपए का शमन शुल्क लगाया गया
बिजली चोरी के तीनों मामलों में 24 लाख रूपए का शमन शुल्क हुआ और एक करोड़ का राजस्व निर्धारण कर तीनों उपभोक्ताओं से वसूला जाएगा। जिसकी वसूली जल्दी ही की जाएगी।