अपना मुज़फ्फरनगर
20 हज़ार की रिश्वत लेते विजीलेंस टीम ने रंगे हाथ पकड़ा लेखपाल

मुजफ्फरनगर में मेरठ की एन्टी करप्शन टीम ने किसान से बीस हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए चकबंदी विभाग के लेखपाल को मौके से गिरफ्तार कर लिया। काम 50 हज़ार में तय हुआ था। पेशगी के रूप में फिलहाल 20 हज़ार दिए गए थे। टीम द्वारा उसके पास से रिश्वत की ली गई धनराशि बरामद की गई हैं। इस धनराशि की मांग कानूनगो मैनपाल की ओर से की गई थी। जिस समय कानूनगो व लेखपाल रिश्वत के लिए किसान को बुला रहे थे तभी टीम पहुंच गई। बीस सैकिंड पहले कानूनगो यहां से निकल गये थे। ऐसे में इस मामले में कानूनगो को भी एन्टी करप्शन टीम ने आरोपी बनाया हैं।
बताया जाता है कि रूडकी निवासी किसान प्रवेज आलम ने भ्रष्टाचार निरोधक सैल के मेरठ कार्यालय में शिकायत की थी कि उसकी जमीन मुजफ्फरनगर की सदर तहसील के ग्राम गोधना में स्थित हैं। चकबंदी विभाग का लेखपाल जनेश्वर व कानूनगो मैनपाल सिंह उसकी जमीन की नापतौल करने के बदले पैसे मांग रहे हैं। जिसके बाद टीम ने जाल बिछाया और लेखपाल व कानूनगो से जमीन की पैमाईश व दिये गये नोटिस को रद्द करने के बदले सुविधा शुल्क तय करा लिया। जिसके बाद आरोपी लेखपाल ने प्रवेज आलम को फोन करके मुजफ्फरनगर बुलाया और मुलाकात के लिए सांई धाम मंदिर के पास लेखपाल का कमरा तय हो गया। जैसे ही प्रवेज आलम यहां पहुंचे। मौके पर कानूनगो मैनपाल व जनेश्वर मौजूद थे। लेकिन प्रवेज के आते ही कानूनगो मैनपाल को आहट हो गई और वह यहां से निकल गये। इस बीच यहां टीम प्रभारी बाबर रजा जैदी ने लेखपाल जनेश्वर को दी गई नगदी के साथ मौके पर पकड लिया।DM चन्द्रभूषण सिंह ने इस टीम के साथ मजिस्ट्रेट के रूप में जिला कृषि अधिकारी जसवीर सिंह तेवतिया एवं तहसीलदार अभिषेक शाही को लगाया था। जिसके बाद तत्काल ही टीम गठित कर दी गई। रेलवे रोड पर लेखपाल के कमरे पर बिछाये गये जाल में लेखपाल फंस गया। इस सम्बन्ध में जब टीम के प्रभारी बाबर रजा जैदी से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि मौके पर कानूनगो भी मौजूद थे, जो कि टीम के पहुंचते ही यहां से इत्तेफाकन निकल गये थे। इस मामले में लेखपाल व कानूनगो दोनो को नामजद करते हुए मेरठ के विजीलेंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पकडे गये लेखपाल को सिविल लाईन थाने ले जाया गया। जहां उसे पुलिस हिरासत में रखा गया। इसके बाद विजीलेंस टीम लेखपाल को लेकर मेरठ के लिए रवाना हो गई। बुध्वार को सवेरे उसे अदालत में पेश किया जायेगा। इसके बाद वहीं से उसे मेरठ के जिला कारागार में भेजा जायेगा।
रिश्वतखोरी से मान नही रहे लेखपाल
इससे पहले भी यहां के कई लेखपाल रंगे हाथो रिश्वत लेते हुए पकडे जा चुके हैं। गत दिवस पीनना के लेखपाल वेदप्रकाश की वीडियो पांच सौ रूपये की रिश्वत लेते हुए वायरल हुई थी। जिसके बाद लेखपाल को निलम्बित कर दिया गया था। इससे पूर्व बुढाना व खतौली तहसील में भी लेखपाल रिश्वत लेते पकड़े जा चुके है।