अपना मुज़फ्फरनगर
नई सरकार चुनने को युवाओ के लिए पोलिंग बूथ तैयार

-छः सीटो पर पहली बार वोट को लेकर 24 हजार युवाओं में उत्साह
-32 हजार बुजुर्ग मतदाताओं में भी मतदान के लिए पूरा जोश नजर आ रहा
मुजफ्फरनगर। जनपद की छह सीटों पर 2022 की सियासी जंग के फैसले को मैदान सज चुका है। आज पोलिंग बूथों को संगीनों के साये में वोटिंग के राष्ट्रीय पर्व के लिए पोलिंग पार्टियों की मौजूदगी ने सजाने का काम किया। पोलिंग बूथों के सजने के साथ ही जनपद का यूथ वोटर भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए तैयार होता नजर आया। जनपद में छः विधानसभा सीटों के लिए इस बार करीब 20 लाख से ज्यादा मतदाता है, जिनमें 10 लाख से अधिक युवा वोटर हैं। इनमें 24 हजार से ज्यादा ऐसे युवा हैं, जो इस चुनाव में पहली बार अपना वोट देंगे। पहले मतदान को लेकर ये युवा काफी उत्साहित हैं तो वहीं 32 हजार बुजुर्ग मतदाताओं में भी मतदान के लिए पूरा जोश नजर आ रहा। जबकि युवा और बुजुर्ग के बीच नौ लाख से ज्यादा मतदाता भी अपना अपना मन वोटिंग के लिए बना चुके हैं। इस बार यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में नई सरकार चुनने के लिए सियासी बयार भी कुछ जुदा बहती दिखाई दे रही है। नये सियासी समीकरण को लेकर युवाओं में वोटिंग को लेकर चिंतन है तो वहीं बुजुर्ग मतदाता भी किसको चुनें? पर गहन मंथन में दिखाई दे रहे हैं। चुनावी संग्राम में कहने को तो सियासी बिसात पर भाजपा और सपा रालोद गठबंधन के बीच ही सीधा मुकाबला है, लेकिन सियासी जंग में हमेशा ही उलटफेर करने वाले साबित हुए युवा मतदाताओं में इस बार कांग्रेस और बसपा के जातिगत गणित को लेकर भी रूझान दिखाई दे रहा है। वोट बैंक की राजनीति का प्रभाव युवा पर इस बार भी बना है, हालांकि 2017 के चुनाव में अधिकांश युवा वर्ग भाजपा के साथ खड़ा नजर आया था और युवाओं के इस जोश को बुजुर्गों ने भी बढ़ाया, लेकिन इस बार यूपी के चुनाव में सियासी बयार उलट बहती दिखाई दे रही है । भाजपा और गठबंधन की इस सियासी जंग में युवा और बुजुर्ग मतदाताओं की भूमिका अहम बनी है। जनपद में छः सीटों पर 2022 की सियासी जंग की तस्वीर तैयार करने के लिए 20 लाख से ज्यादा मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें 18 से 39 वर्ष की आयु वाले युवा मतदाताओं की संख्या 10 लाख 31 हजार 78 है। इन युवाओं में 24 हजार 704 ऐसे युवा वोटर हैं, जो पहली बार 111 मतदाता शामिल हैं। चुनाव में पहली बार वोट डालने जाने वाले युवा मतदाता शहरी सीट पर सर्वाधिक 4777 और इसके बाद बुढ़ाना सीट पर 4618 हैं। 40 से 79 वर्ष आयु वाले 9 लाख 56 हजार 849 मतदता इस चुनाव में अपना वोट में डालने की तैयारी में है। जबकि 80 से 100 प्लस आयु वर्ग में 32 हजार 898 बुजुर्ग मतदाता वोट के उत्साह से लबरेज नजर आ रहे हैं। सर्वाधिक बुजुर्ग मतदाता 6650 बुढ़ाना विधानसभा में पंजीकृत हैं। जबकि शहर सीट पर सबसे कम बुजुर्ग मतदाता है। बुढ़ाना सीटं पर सौ साल से ज्यादा आयु वाले 70 मतदाता हैं। जबकि मीरापुर सीट पर सबसे ज्यादा 86 बुजुर्ग हैं, जो सौ बसंत या इससे ज्यादा अपनी आंखों से देख चुके हैं। जिले में इन बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या 330 है।