मंत्री से बोले मेडिकल छात्र: सर …हमारी शिक्षा भारत मे ही पूरी कराई जाए

रूस व् यूक्रेन के बीच हुई जंग के बीच यूक्रेन से लौटे मुजफ्फरनगर के छात्र-छात्राओं एवं उनके परिजनों ने शनिवार को राज्य मंत्री स्वंतत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल से मुलाकात करके मांग उठाई है कि उनकी शिक्षा स्वदेश में ही पूरी की जाए क्योंकि अब यूक्रेन में मची तबाही के बाद वहां शिक्षा पूरी करने का कोई औचित्य नहीं रह गया है।
योगी सरकार में स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि यह मामला केंद्र सरकार के पास विचाराधीन है, वे इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता करेंगे और प्रदेश के मेडिकल छात्र छात्राओं की हर संभव मदद की जाएगी।
यहां यह भी बता दे की यूक्रेन पर हुए रूस के हमले की वजह से जनपद के भी कई दर्जन छात्र-छात्राएं स्वदेश वापस लौट आए थे। इसके बाद से ही इन बच्चों को अपने भविष्य की चिंता हो रही है, छात्र छात्राओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने हुए उन्हें अपनी व्यथा सुनाई। इनका कहना था कि यूक्रेन में मची तबाही के बाद उन्हें अपने भविष्य की चिंता सता रही है, आखिर उनका क्या होगा। अधिकतर बच्चे मध्यम वर्गीय परिवारों से हैं, और उनकी पढ़ाई का संकट खड़ा हुआ है।ऐसे हालात में मंत्री कपिल देव ने उन्हें सहारा देते हुए कहा कि किसी को भी परेशान होने की जरूरत नहीं है, वह खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व स्वास्थ्य मंत्री से वार्ता करके इस समस्या का हल निकालेंगे और बच्चों की शिक्षा भारत में ही पूरी कराने के प्रयास किए जाएंगे। यहां मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी छात्र-छात्राओं द्वारा मंन्त्री कपिल देव को सौंपा गया.जिसमें उनकी रुकी हुई शिक्षा भारत में ही पूरी किए जाने की मांग उठाई गई थी कहा गया है कि सरकार अपने खर्च पर यदि शिक्षा पूरी करा देगी तो यह बेहतर रहेगा,क्योंकि अचानक यूक्रेन छोड़ने के बाद उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति भी बिगड़ गई है। क्योंकि अधिकतर स्टूडेंट्स फीस की धनराशि पहले ही अपने विश्वविद्यालय में जमा कर चुके हैं।
ज्ञापन देने वालों में डॉक्टर शहज़ाद , नईम अहमद,अब्दुस समद, तहसीन अली, डॉ. इकबाल, डॉ. वस्लुद्दीन, मुहम्मद एहसान, डॉ.अकील, इकरा अन्सारी, विकास, फरमान, डॉ .शमशाद आदि शामिल रहे.