जबरदस्त बारिश व ओलावृष्टि से पानी-पानी तो हो गई दिन में रात, बत्ती गुल

मुज़फ्फरनगर में अचानक शाम 4 बजे दिन में रात हो गई .. तेज़ बारिश pic.twitter.com/9SLNjWCENl
— TRUE STORY (@TrueStoryUP) May 4, 2022
मुज़फ्फरनगर
मुजफ्फरनगर में बुधवार शाम करीब चार बजे तेज आंधी-तूफान के साथ हुई जबरदस्त बारिश ने पूरा शहर पानी-पानी कर दिया। शहर के मुख्य मार्गों पर जबरदस्त जलभराव से कई घंटे तक यातायात बाध्ति रहा, जबकि विद्युत लाइनों में बारिश के चलते फाल्ट आने से पूरे शहर की बिजली आपूर्ति भी गुल हो गई, जिसके देर रात तक भी सुचारू होने की संभावना नहीं है।
शहर क्षेत्र में बुधवार शाम करीब चार बजे अचानक मौसम ने करवट ली और देखते ही देखते तेज आंधी-तूफान शुरू हो गया। लोग आंधी-तूफान से जूझ ही रहे थे कि तेज गरज के साथ जबरदस्त बारिश शुरू हो गई। बारिश के साथ ही कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि भी हुई, जिससे लोग अपने-अपने घरों में जा घुसे। वहीं, बाजार में व्यापार भी ठप हो गया और दुकानदारों ने अपना सामान दुकानों में रख लिया। करीब 40 मिनट तक हुई तेज बारिश से पूरा शहर पानी-पानी हो गया और सभी मुख्य मार्गों पर भारी जलभराव हो गया। सड़कों पर पानी भरने से शहर का पूरा यातायात भी प्रभावित हो गया, जो कई घंटों तक बाधित रहा।
वहीं, तेज-तूफान के साथ आई जबरदस्त बारिश से शहर की 33 केवीए की मेन लाइन के साथ ही कई स्थानों पर विद्युत लाइनों में पफाल्ट आ गए, जिससे पूरे शहर व नई मंडी क्षेत्र की बिजली आपूर्ति भी बुरी तरह से बाधित हो गई।
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बिजली विभाग के कर्मचारियों ने फाल्ट ठीक करने के प्रयास शुरू कर दिए, लेकिन देर रात तक भी फाल्ट ठीक न होने से शहर व नई मंडी क्षेत्रा की बिजली आपूर्ति सुचारू नहीं हो पाई थी। वही ग्रामीण आंचल में भी झमाझम बारिश में नहाने से पीछे नही रहे।
महिलाये बच्चों को साथ लेकर छतो पर खड़े होकर बारिश में नहाते नजर आई। वही तेज आंधड़ के आने के बाद घंटो तक विद्युत आपूर्ति बाधित रही, जिसके चलते घंटो तक लोगों को अधेरे में रहकर गुजारना पड़ा। एक और जहां लोगों को तेज आंधड़ के साथ आयी झमाझम बारिश के आने के बाद चेहरो पर मुस्कान दिखी वही आम की खेती करने वाले किसानों के माथे में सलवट पड़ गयी। तेज हवाओं के आने से पोल व सड़को पर लगे हॉर्ड़िग्स तेज हवाओं के साथ उड़ते नजर आये। वही हाइवे पर दौड़ते वाहनों की स्पीड़ पर तेज हवाओं ने ब्रेक लगा दिये। वही हाइवे के कि नारे पर खड़े पेड़ों के टूटकर गिर जाने से यातायात भी बाधित रहा। वही बारिश हल्की होने के बाद हाइवे पर टूटकर गिरे पेड़ों को क्रेन के माध्यम से हटवाये गये, जिसके बाद यातायात को शुचारू रूप से संचालित किया गया।