आत्महत्या करने को मजबूर बूढा बाप

पुत्र के हत्यारों को सजा दिलाने को ठोकरें खा रहा है पीडित
-पुलिस पर हत्यारोपियों से साज खाकर कार्यवाही न करने का आरोप
मुजफ्फरनगर। इकलौते पुत्र की हत्या होने के बाद हत्यारों को सजा दिलाने के लिए एक बूढा व गरीब व्यक्ति दर-दर की ठोकरें खा रहा है, लेकिन उसकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। योगीराज में पुलिस भी केवल कार्यवाही के नाम पर टरकाने का काम कर रही है और हत्यारोपी खुलेआम घूम रहे हैं। पीडित पिता ने पुलिस पर भी हत्यारोपियों से साज खाकर कार्यवाही न करने का अरोप लगाया है। मीडिया सैंटर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए जानसठ क्षेत्र के गांव टंढेडा निवासी नरेन्द्र सिंह उर्फ महाराज पुत्र ओमप्रकाश ने बताया कि लगभग पांच वर्ष पूर्व उसके पुत्र मनीष उर्फ मोनू की रतनपुरी क्षेत्र के गांव मथेडी में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी, जबकि उसे आत्महत्या का रूप देने का प्रयास भी किया गया था। इस संबंध में तत्कालीन तितावी थानाध्यक्ष देशराज सिंह ने मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में प्रीति पुत्री तजेन्द्र, कपिल पुत्र तजेन्द्र व तजेन्द्र पुत्र ओमप्रकाश निवासी मथेडी के खिलाफ मनीष उर्फ मोनू की हत्या का मामला दर्ज कराया था, लेकिन पुलिस ने हत्यारोपियों से मिलीभगत करके इसे आत्महत्या दर्शा दिया और गवाहों के बयान के आधार पर एफआर लगा दी। पीडित ने बताया कि तभी से उसे परेशान किया जा रहा है और वह दर-दर की ठोकरें खा रहा है। पुलिस ने इस मामले में जब कोई कार्यवाही नहीं की तो उसने 156/3 कोर्ट के आदेश पर 14 जनवरी 2020 को मुकदमा दर्ज कराया। इस मामले में वह बुढाना सीओ से भी मिला, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई है। पीडित ने अभी तक भी कोई कार्यवाही न होने पर रोष जताया और आईओ पर भी आरोप लगाये। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि इस मामले की जांच सीबीआई से नहीं करायी गयी, तो वह आत्महत्या करने को मजबूर होंगे।