बार-बेंच एक रथ के दो पहिए, इंसाफ का पहिया रुकना नही चाहिए: जिला जज
जिला बार संघ में हुआ नवागत प्रिंसिपल जज का स्वागत समारोह

कहा :बार और बेंच में रहेंगे मधुर संबंध ,कटुता को किया जाएगा हर स्तर से समाप्त
फरीद अंसारी
मुजफ्फरनगर। नवागत परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश सत्यानंद उपाध्याय ने कहा कि बार और बेंच एक रथ के दो पहिए हैं और न्याय के लिए यह रथ रुकना नहीं चाहिए उन्होंने अधिवक्ताओं को आश्वस्त किया कि किसी भी प्रकार की कटुता को हर स्तर से समाप्त किया जाएगा।
नवागत प्रिंसिपल जज श्री उपाध्याय आज अपने सम्मान में आयोजित जिला बार संघ द्वारा स्वागत समारोह में फैंटम हॉल में अधिवक्ताओं के बीच बोल रहे थे।
मालूम हो जनपद मुजफ्फरनगर में परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश के पद पर सत्यानंद उपाध्याय को नियुक्ति मिली है और कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत जिला बार संघ में आज वह अधिवक्ताओं से मिले तथा न्याय के लिए एक दूसरे के साथ मिलकर कार्य करने का आह्वान किया।
इस मौके पर जनपद न्यायाधीश चवन प्रकाश ने अधिवक्ताओं के मान सम्मान का विशेष ख्याल रखने का अपने अधीनस्थ अधिकारियों से आग्रह किया। उन्होंने कहा कि समाज के लिए न्यायिक प्रक्रिया में बार और बेंच का अहम रोल है सभी की आस्था न्याय की ओर होती है ऐसे में अधिवक्ता ही किसी पीड़ित की आवाज को लेकर न्यायालय पहुंचते हैं उन्होंने कहा कि न्याय हित मे एक दूजे का सम्मान किया जाए। जिला जज चवन प्रकाश ने अधिवक्ताओं को यह भी आश्वस्त किया कि रिलीफ देने वाले मामलों में जरूर मिलेगा ।उन्होंने यह भी कहा कि कटुता किसी भी रूप में पनपने नहीं चाहिए यदि किसी से गलती हो जाए तो क्षमा मांगने वाला सबसे बड़ा व्यक्ति होता है ।किसी भी विवाद को समाप्त करने के लिए अपनी गलती को मान लेना एक अच्छा विकल्प है। इस मौके पर एमएसीटी के प्रधान न्यायधीश मलखान सिंह ने भी पीड़ितों को तत्काल न्याय दिलाने के लिए अधिवक्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी कहा कि वर्षों से लंबित मामलों का आपसी सुलह के साथ तेजी से निस्तारण करना चाहिए जिसके लिए अधिवक्ता एक मददगार कड़ी होता है।
इस मौके पर जिला बार संघ के अध्यक्ष वसी अंसारी, सिविल बार संघ के अध्यक्ष मनोज शर्मा, जिला बार संघ के महासचिव सुरेंद्र मलिक, सिविल बार संघ के महासचिव सुनील कुमार मित्तल ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
स्वागत समारोह में वरिष्ठ अधिवक्ता महफूज खां राठौर, चंद्रवीर सिंह, ब्रज भूषण त्यागी, अंजुम खान,इनाम इलाही त्यागी, कैलाश चंद, देवेंद्र सिंह, चंद्रमणि शर्मा, नाहिदा अंसारी, हनीफ अंसारी, आरिफ शीश महली , मुनव्वर राणा और कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने स्वागत किया।