‘अग्निवीर’ बने पुलिस-प्रशासन की नई टेंशन, आक्रोश को थामने के लिए गांव-गांव चला अभियान

सड़कों पर युवाओं को समझा रहे पुलिस अफसर, अराजकता फैलाने वालों को दी जा रही कड़ी चेतावनी
-सोशल मीडिया पर हो रही निगरानी, कोचिंग क्लासों पर भी गड़ी पुलिस की तीखी नजर, अध्यापकों से हो रहा लगातार सम्पर्क
मुजफ्फरनगर। केन्द्र सरकार के द्वारा सेना भर्ती के लिए लाये गये अग्निपथ कार्यक्रम का देशभर में हो रहा भारी विरोध पुलिस प्रशासन की दिन रात का चैन और सुकून उड़ाने वाला साबित हो रहा है। यूपी, उत्तराखंड, बिहार, मध्य प्रदेश सहित देश के 11 राज्यों में अग्निपथ योजना के विरोध में सड़कों पर प्रदर्शन कर हिंसक नजारा पेश करने वाले श्अग्निवीरश् अब जनपद में भी पुलिस प्रशासन के लिए नई टेंशन बने हुए हैं। इनको थामने और जनपद में किसी भी प्रकार के हिंसक प्रदर्शन को रोकने के लिए रेलवे स्टेशन और बस स्टैण्ड पर सुरक्षा बंदोबस्त सख्त करने के साथ ही अब पुलिस प्रशासन ने समझबूझ दिखाते हुए सेना और पुलिस भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं के साथ कदमताल कर उनको समझाना शुरू कर दिया है। इसके लिए पुलिस प्रशासन ने कोचिंग सेंटरों को सूचीबद्ध करते हुए मास्टर जी के सहारे युवाओं के जोश को थामने की तैयारी की है। वहीं पुलिस अफसर गांव गांव सड़कों पर दौड़ लगाने वाले युवाओं से भी दिन रात सम्पर्क करते हुए उनको सीधी बात समझाने में जुटे हुए हैं। इसके साथ ही प्रत्येक सप्ताह जुमे की नमाज और आने वाले दिनों में कांवड यात्रा भी प्रशासन का सिरदर्द बन गये हैं।
बता दें कि अग्निपथ योजना के विरोध में युवा वर्ग बिना किसी संगठन के सड़कों पर उतरकर उत्पात मचा रहा है। ऐसे में कानून व्यवस्था के लिए विकट स्थिति बन चुकी है। इसी को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। जनपद में कानून एवं शान्ति व्यवस्था बनाए रखने हेतु जनपदीय पुलिस द्वारा अपने अपने थाना क्षेत्रों के बाजारो, बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन, भीड-भाड और संवेदनशील स्थानो, हाइवे, मुख्य चैराहों पर गश्त करते हुए संदिग्ध व्यक्ति और वाहनो की चेकिंग की जा रही है। साथ ही पुलिसबल को सतर्कतापूर्वक ड्यूटी करने, अराजकता फैलाने व साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाडने वालों पर तत्काल कार्यवाही करने तथा हर छोटी-बडी सूचना से उच्चाधिकारियों को अवगत कराने के निर्देश दिये जा रहे हैं। पुलिस द्वारा स्थानीय लोगों से शांति व सद्भाव बनाए रखने, अफवाहों पर ध्यान न देने व किसी भी भ्रामक खबर की पुष्टि पुलिस और प्रशासन से करने की अपील की जा रही है। जनपदीय पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर भी सतर्क दृष्टि रखी जा रही है तथा जो अफवाह और भ्रामक खबर को सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफार्म पर शेयर करेंगे, ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन पर विधिक कार्यवाही की जाएगी। रविवार को पुलिस क्षेत्राधिकारी भोपा गिरजा शंकर त्रिपाठी ने भोपा थाना प्रभारी प्रेम प्रकाश शर्मा को साथ लेकर कांवड़ मार्ग गंग नहर पटरी का किया निरीक्षण किया। वहां पर भी दौड़ लगाकर भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं से सम्पर्क करते हुए उन्होंने उनको समझाया और किसी भी प्रकार के उग्र प्रदर्शन न करने की अपील की। इसके साथ ही कांवड़ यात्रा के दौरान जगह जगह सुरक्षा की दृष्टि से निरीक्षण किया। इसके साथ ही जनपद में कानून एवं शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस द्वारा अपने अपने थाना क्षेत्रान्तर्गत पड़ने वाले कोचिंग सेन्टरों के अध्यापकों तथा सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवकों के साथ मीटिंग की जा रही है। इस दौरान सभी को बताया गया कि यदि उन्हें अपनी बात रखनी है अथवा कोई ज्ञापन देना है तो शान्तिपूर्ण ढंग से अपना ज्ञापन दें तथा किसी के बहकावे में आकर अपने भविष्य के साथ खिलवाड ना करें। इसके साथ ही सभी से अफवाहों पर ध्यान ना देने, शान्ति व्यवस्था बनाए रखने तथा किसी प्रकार के प्रदर्शन में शामिल ना होने की अपील की गई। इसके लिए डीएम चंद्रभूषण और एसएसपी अभिषेक यादव ने जनपद में अलर्ट किया। सभी थानों को सतर्क रहने के निर्देश दिये गये हैं। वहीं रालोद और भाकियू के द्वारा इस योजना का विरोध करते हुए आगामी दिनों में पंचायत और आंदोलन करने के ऐलान को लेकर भी पुलिस प्रशासन सतर्क बना हुआ है।