जिला पंचायत अध्यक्ष ने गंगनहर पहुंचकर लिया काली राख के ढेरो का जायजा

जिला पंचायत अध्यक्ष ने गंग नहर पटरी पर लगे राख के ढेरों पर किया रोष प्रकट,सरकारी भूमि पर कैमिकल युक्त राख आदि डालने को लेकर सिंचाई विभाग के कर्मचारी व अधिकारियों को पिलाई जमकर लताड़,पर्यावरण को नुकसान सहित भारी मानवीय क्षति पहुंचाने वाले आरोपियों के खिलाफ दिया कर्रवाई का आश्वासन
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— TRUE STORY (@TrueStoryUP) August 2, 2022
काज़ी अमजद अली
मुज़फ्फरनगर :-देर आए, दुरुस्त आए। की कहावत को चरितार्थ करते हुए मंगलवार को जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल ने भाजपा के क्षेत्रीय नेताओं के प्रतिनिधि मंडल सँग जौली क्षेत्र में गंगनहर पटरी पर जाकर वहाँ लगे काली राख के ढेरों को देखा है।
वहाँ लगे काली राख के ढेरों को लेकर सिंचाई विभाग को आड़े हाथों लिया।पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाने व गर्म अथवा केमिकलयुक्त राख डालकर जनहानि करने वाले आरोपी ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
मुज़फ्फरनगर जिले के भोपा थाना क्षेत्र में जौली के पास गंगनहर पटरी पर जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल का काफिला आज उस स्थान पर पहुंचा जहाँ फैक्टरियों से निकलने वाली केमिकलयुक्त काली राख के ढेर लगे हुए हैं।बरसात के कारण रास्ते मे अनेक स्थानो पर पानी भरा हुआ था। स्कॉट के लिए भोपा पुलिस की जीप आगे चल रही थी। दुर्गम से प्रतीत हुए रास्ते के किनारे जगह जगह काली राख के ढेर लगे हुए हैं कई स्थानों पर प्लास्टिक की सामग्री बिखरी पड़ी है। काफिला उस स्थान पर जाकर रुक गया जहाँ गर्म राख में धँसकर अनेक ग्रामीण झुलसकर घायल हो चुके हैं व एक युवक की दुःखद मौत राख में गिरकर हो चुकी है।युवक मौ.नबी पुत्र परवश जो कि निकटवर्ती गाँव नंगला बुज़ुर्ग का निवासी था कि मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। सिंचाई विभाग की भूमि पर काली राख डालकर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने, गर्म राख के कारण बड़ी मानवीय क्षति करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात जिला पंचायत अध्यक्ष ने कही है।
हालाँकि ज्वालामुखी बने इस स्थान की प्रशासन द्वारा अब बेरिकेटिंग कराई गई है।तथा राख के तेज़ी से गर्म होने का पता लगाने के लिए उसमे मिले कैमिकल आदि की आशंका को लेकर प्रदूषण विभाग द्वारा राख के सैम्पल लिए गए हैं। तथा वहाँ खुदाई कराकर कैमिकल आदि को भी तलाश किया गया है।
जिला पँचायत अध्यक्ष डॉ.वीरपाल निर्वाल ने बताया कि राख आदि डालकर सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शीघ्र राख को हटवाकर सरकारी भूमि कब्जामुक्त कराई जाएगी। पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने, मानवीय क्षति करने वाले आरोपियों को बिल्कुल बख्शा नहीं जाएगा। प्रदेश की योगी सरकार माफियाओं के खिलाफ सख्त अभियान चलाए हुए है। फैक्ट्रियों से निकलने वाली राख अथवा किसी भी अपशिष्ट के उचित निस्तारण के संबंध में प्रदूषण विभाग से जानकारी कर प्रभावी योजना बनाई जाएगी। काली राख के कारण युवक की मौत पर गहरी संवेदना व दुख प्रकट करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि पीड़ितों को न्याय दिलाया जाएगा। इस दौरान भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक पँ. रामकुमार शर्मा,भोपा मण्डल अध्यक्ष सतनाम बंजारा, शुकतीर्थ मण्डल अध्यक्ष डॉ. वीरपाल सहरावत, प्रदीप निर्वाल, राजकुमार, कुणाल वालिया, रविंद्र कुमार, विजय राठी आदि उपस्थित रहे।
क्या है काली राख का मामला:
गत 9 जौलाई को नंगला बुजुर्ग निवासी 22 वर्षीय मौ. नबी पुत्र परवश गर्म काली राख में गिरकर झुलस गया था। जिसकी 29 जौलाई को मेरठ के अस्पताल में उपचार के दौरान हो गई थी तथा बीते 26 जुलाई को भिक्की गांव निवासी मोमीन व उसका भतीजा सैफ भी राख में गिरकर झुलस गये हैं। पूर्व में भी दर्जनों लोग काली राख में गिरकर झुलस चुके हैं। पुलिस द्वारा आरोपी ठेकेदार इरफान उर्फ भूरा व उसके पुत्र गुल मौहम्मद व आसिफ के खिलाफ मुकदमा किया गया है तथा भूरा ठेकेदार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
क्या है ये काली राख:
मुज़फ्फरनगर जिले की फैक्टरियों से निकली फ्लाई ऐश आदि को इकठ्ठा कर फैक्ट्री से बाहर किया जाता है आम तौर ये काली राख गहरे स्थानो का भराव करने व अन्य कार्यों में काम आती है। ग्रामीणों के अनुसार ठेकेदार ने बिक सकने वाली राख का गाँव मे ढेर लगा रखा है। तथा अनउपयुक्त राख को गंग नहर पटरी पर ऐसे स्थानों पर डाल दिया जाता है। जहाँ ये दूर से दिखाई नही देती है। मौका पाकर इस राख को गंग नहर में डाल दिया जाता है।
गंग नहर पटरी पर काली राख को डालने वाले आरोपी भूरा ठेकेदार जेल भेजा जा चुका है किन्तु अभी उसके दो पुत्रो की गिरफ्तारी शेष है। मृतक मौ.नबी के परिजन सहित घायल मोमीन व सैफ के परिजन शेष आरोपियों की गिरफ्तारी की माँग है।