3 दिन के इंतज़ार के बाद आखिरकार दुष्कर्म व अपहरण के आरोपी पूर्व प्रधान को जेल भेजा

मुज़फ्फरनगर में नाबालिग छात्रा का अपहरण कर दुष्कर्म के मामले में आखिरकार पूर्व प्रधान को जेल जाना ही पड़ा। पहले दिन से ही नई मण्डी पुलिस आरोपी का बचाव कर रही थी। घटना के बाद आरोपी प्रधान को रात्रि में थाना से बाइज़्ज़त रिहा कर दिया गया था। सुबह पीड़ित परिवार ने अफसरों को अवगत कराया तो फिर से आरोपी को अरेस्ट किया गया। 3 दिन तक थाना परिसर में आरोपी हिरासत में रहा। बचाव के सब रास्ते बंद दिखे तो पुलिस को चालान करना पड़ा।।
थाना मंसूरपुर क्षेत्र के गाँव संधावली निवासी 14 साल की किशोरी नौ अगस्त को गांव से किताबें लेने के लिए शहर की तरफ निकली थी। जिसके बाद वह गायब हो गई थी। 10 अगस्त को किशोरी बेहोशी की हालत में सरकुलर रोड से बरामद हुई। किशोरी के पिता ने नई मंडी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि जब उसकी बेटी किताबें लेने के लिए गई थी तो उसे गांव संधावली का पूर्व प्रधान किर्तन सिंह पुत्र शेर सिंह अपने साथ बाइक पर बैठाकर ले गया था। आरोप है कि किर्तन सिंह ने किशोरी को कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ रेप किया। जिसके बाद उसे बेहोशी की हालत में ही सरकुलर रोड पर लाकर फेंक दिया था । पीड़िता के पिता ने नई मंडी कोतवाली में आरोपित पूर्व प्रधान के खिलाफ अपहरण कर रेप का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस की जांच में आरोपित अधेड़ अपने 2 साथियों के साथ अलमासपुर के सीसीटीवी कैमरों में पीड़िता के साथ नजर आ रहा है। आसपास के ही इलाकों में किशोरी से रेप की घटना भी अंजाम दिए जाने की बात सामने आई है। सूत्रों की मानें तो आरोपित पूर्व प्रधान किर्तन सिंह किशोरी का अपहरण कर उसे हरिद्वार भी ले गया था। वहां भी उसने रेप किया। इस दौरान दो अन्य व्यक्तियों की भूमिका भी संदिग्ध है। हालांकि पुलिस एफआईआर में उनका कोई जिक्र नहीं। पीड़िता ने रेप में भी उनकी किसी भूमिका से इंकार किया है। बावजूद पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस ने आरोपित पूर्व प्रधान किर्तन सिंह के विरुद्ध पॉक्सो एक्ट की धाराओं पर अपहरण तथा रेप में नामजद मुकदमा दर्ज किया था। हद तो उस वक्त हो गई जब आरोपी को पुलिस ने जेल नही भेजा। पीड़ित परिवार ने आरोपी पूर्व प्रधान की फेसबुक आईडी से एक फोटो भी अफसरों को उपलब्ध कराया जिसमे आरोपी भाजपा का झण्डा एवम पटका गले मे डाले है।परिवार ने आरोप लगाया था कि सत्ता पक्ष के नेता आरोपी को बचा रहे है।
इधर चरथावल विधायक पंकज मलिक से पीड़ित परिवार ने मुलाकात कर खाकी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किया। जिसके बाद एसएसपी विनित जायसवाल ने पुलिस को बिना किसी दबाव काम करने को कहा। तब जाकर आरोपी तीसरे दिन जेल भेजा जा सका। इधर सपा नेता शुजात राणा ने गिरफ्तारी न होने पर अनशन का ऐलान किया था। अब गिरफ्तारी होने पर सपा नेता ने अपनी घोषणा वापस ले ली है।