अपना मुज़फ्फरनगर
बिना बारिश गिरी छत, बच्ची की मौत, मच गया कोहराम

मलबे में मकान के अंदर मौजूद मजदूर की पत्नी एवं उसके तीन बच्चे दबे
-घटना की सूचना पर पुलिस क्षेत्राधिकारी एवं कोतवाली प्रभारी पहुंचे घटना स्थल

फरीद अंसारी
मुजफ्फरनगर। जानसठ कस्बे में बिना बारिश के ही एक गरीब परिवार के जर्जर मकान की छत अचानक गिर पड़ी। इस हादसे में तीन बच्चे मलबे में दब गये, जिनमें से एक बच्ची की मौत हो जाने से परिवार में कोहराम की स्थिति बन गयी। घटना की सूचना पर सीओ जानसठ एवं कोतवाली प्रभारी ने घटनास्थल पर पहुंचकर परिजनों से घटना की जानकारी ली। जानसठ कस्बे के मोहल्ला जुम्मा में मजदूर आस मौहम्मद का मकान है। वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ यहां पर कच्चे मकान में रहकर गुजर बसर कर रहा है। आज दोहपर मकान की छत अचानक भरभरा कर गिर गई। इस हादसे में मलबे में मकान के अंदर मौजूद मजदूर की पत्नी एवं उसके तीन बच्चे दब गए। आज जुमे की नमाज पढ़ कर लौट रहे लोगों ने आनन-फानन में मलबा हटाया और मलबे से एक महिला एवं उसके दो बच्चे जो गंभीर रूप से घायल हो गये उनको निकाला। जबकि तीसरी बच्ची की मलबे में दबने से मौत हो गई। उसका शव भी निकाला गया। सूचना पर पुलिस फोर्स और तहसील गर्मी भी मौके पर पहुंचे। इस दौरान हल्का लेखपाल ने मौका मुआयना किया। लेखपाल ने बताया कि आस मोहम्मद मजदूरी करता है। उसका परिवार आज हादसे का शिकार हो गया। उसकी पत्नी रुबीना आज जब मकान में दूसरी और काम में लगी थी, जबकि बच्चे जो छत गिरी है उसके नीचे खेल रहे थे। इसमें सात वर्षीया बालिका उमेरा की दबने से मौत हो गई, जबकि छः वर्षीय हुजैफा एवं चार वर्षीय आहद गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को जानसठ सीएससी में भर्ती कराया गया है। मकान की छत गिरने की सूचना पर जानसठ पुलिस क्षेत्राधिकारी शकील अहमद एवं कोतवाली प्रभारी विश्वजीत सिंह सहित भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। इस घटना के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।