बेसिक शिक्षिका की बेटी ने NEET परीक्षा पास कर रचा इतिहास

जरुरी नही रोशनी चिराग से ही हो।
बेटी भी घर मे उजाला करती है।।
इन पंक्तियों को नीट की परीक्षा में यहां की बेटियों ने सार्थक करके साबित कर दिया कि भले ही संसाधनों की कमी हो, अगर प्रतिभा है तो वह कही भी निखर सकती है।
मुज़फ्फरनगर के मेरठ रोड स्थित जड़ौदा निवासी महक नाज़ ने MBBS की प्रवेश परीक्षा नीट को पहले ही प्रयास में पास कर लिया। उसकी 3375 वी रेंक आई है। 656 मार्क्स के साथ महक ने अपना एडमिशन पक्का कर लिया है। चरथावल के नालंदा पब्लिक स्कूल से हाई स्कूल व होली एंजिल्स कॉन्वेंट स्कूल से इंटर की परीक्षा पास करने वाली महक नाज़ के पिता शाहरीन अली त्यागी किसान है। माता शबाना रानी बेसिक शिक्षा विभाग के प्राइमरी स्कूल में टीचर। परिवार में संसाधनों की कमी, ग्रामीण परिवेश के बावजूद बेटी ने हौसलो की उड़ान को जारी रखा। नतीजा यह निकला कि बेटी ने पहले ही प्रयास में नीट का एग्जाम पास करके अपनी सफलता का झण्डा गाड़ दिया। जड़ौदा के निवासी इसरीस प्रमुख की पौत्री की इस सफ़लता पर गांव में जश्न जैसा माहौल है।।
AIMS गोरखपुर में प्रवेश की चाहत:–
ट्रू स्टोरी से खास बातचीत में महक नाज़ ने कहा कि गोरखपुर के एम्स में प्रवेश उनकी पहली चाहत है। उनका सपना है कि महिला रोग विशेषज्ञ बनकर समाज की खिदमत करे। खासकर ऐसी मरीज जिनके इलाज़ में पैसे की कमी आड़े आती है। जरूरतमंदों का फ्री इलाज़ उनकी पहली प्राथमिकता होगा।
शिक्षिका की बेटी की सफलता पर शिक्षक समाज खुश दिखा:-
बेसिक शिक्षिका शबाना रानी की बेटी महक नाज़ की सफलता पर बेसिक शिक्षको में भी खुशी का माहौल है। उर्दू टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के सूबाई नायब सदर रईसुद्दीन राणा ने कहा कि बेटी की सफलता ने नए आयाम कायम किये है। इससे लड़कियो की शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।