सिंचाई विभाग की भूमि को कब्ज़ा मुक्त कराने गयी टीम का हुआ विरोध,भाकियू ने किया धरना प्रदर्शन

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— TRUE STORY (@TrueStoryUP) October 19, 2022
काज़ी अमजद अली
मुज़फ्फरनगर :—- निरगाजनी झाल पर गंग नहर किनारे सिंचाई विभाग की सैंकड़ों बीघा भूमि को कब्ज़ा मुक्त कराने गयी प्रशासनिक टीम को विरोध का सामना करना पड़ा भाकियू के नेतृत्व में किसानों ने प्रशासन पर अनाधिकृत रूप से खड़ी गन्ने की फसल को बर्बाद करने का आरोप लगाया व बसेड़ा मार्ग पर धरना देकर हंगामा करते हुए मुआवजे की माँग की। मुआवजे के आश्वासन पर धरना समाप्त किया गया।
मुज़फ्फरनगर जिला मुख्यालय से 25 km दूर भोपा थाना क्षेत्र के निरगाजनी झाल पर मंगलवार को उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब सिंचाई विभाग की भूमि पर खड़ी गन्ने की फसल पर प्रशासन द्वारा जे सी बी मशीन चलाई गयी। भाकियू के नेतृत्व में किसानों ने धरना प्रदर्शन करते हुए फसल को खुर्द–बुर्द करने पर भारी रोष प्रकट किया। भाकियू के ब्लॉक् अध्यक्ष विकास चौधरी ने किसान की फसल को बर्बाद करने को लेकर प्रशासन पर तानाशाही के आरोप लगाते हुए सिंचाई अधिकारी पर मुकदमा दर्ज करने व फसल के मुआवजे की मांग की।सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता हरीशर्मा ने बताया की 1956 में सिंचाई विभाग की लगभग 22 हेक्टेयर अथवा 335 बीघा भूमि को पट्टे के रूप में किसानों को दिया गया था। 1973 में समय अवधि समाप्त हो गयी थी। जिसके बाद किसानों द्वारा न्यायालय में वाद दायर किया गया। सिंचाई विभाग उस मुकदमें को जीत गया। अब इस भूमि को कब्ज़ा मुक्त कराने की कार्रवाई के आदेश प्राप्त हुए हैं। उपजिलाधिकारी जानसठ अभिषेक कुमार ने बताया कि कब्ज़ा मुक्त कराने को लेकर प्रतीकात्मक कार्रवाई की गयी है। घण्टो की बातचीत के उपरांत फसल को काटकर भूमि को खाली करने के लिये दो माह का समय किसानों को दिया गया। व फसल के नुकसान के मुआवजे का आश्वासन सिंचाई विभाग के हरि शर्मा ने दिवा जिसके बाद धरना समाप्त हो गया। इस दौरान मुख्य रूप से तहसीलदार संजय सिंह,क्षेत्राधिकारी भोपा राम आशीष यादव,भाकियू नेता चन्द्रवीर राठी, बिट्टू प्रधान,छोटा प्रधान, अशोक ,नरेश कुमार, योगेश प्रधान आदि उपस्थित रहे।