गुर्जर समाज के बिखरे वोट बैंक पर भाजपा की पैनी निगाह,नई जिम्मेदारियों के साथ समाज को तरजीह देने की तैयारी
राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर व अभिषेक को योगी दिला चुके भरोसा, पूरा सम्मान देने का मिला वादा

मुजफ्फरनगर। हमेशा से जिन गुर्जर मतो पर भाजपा का एकाधिकार रहा,अब अचानक ही खतौली के विधानसभा उपचुनाव में गुर्जर मत का एक बड़ा हिस्सा विपक्ष की झोली में जा गिरा तो भाजपा की चिंता बढ़ना जायज था। ऐसे हालात में अब भाजपा ने डैमेज कंट्रोल के लिए सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला बनाते हुए एक बार फिर से गुर्जर समाज को साधने का प्रयास शुरू कर दिया है। गत दिवस सूबे की सरकार में कद्दावर राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर के नेतृत्व में पहुंचे गुर्जर समाज के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को खूब तवज्जो मिली। उन्हें पार्टी में समायोजित करने का आश्वासन मिला। यहां कहा गया कि गुर्जर समाज के सम्मान में भाजपा कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।
बताते चलें कि खतौली विधानसभा सीट उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी राजकुमारी सैनी को गठबंधन के उम्मीदवार मदन भैया ने हराया था।इसका प्रमुख कारण जाट और गुर्जर समाज के वोटरों का गठबंधन के पक्ष में भारी भरकम मतदान रहा। इस मतदान की वजह से भाजपा को अपनी जीती हुई सीट खोनी पड़ी थी। यहां रालोद से विधायक पद के प्रबल दावेदार अभिषेक चौधरी को जब रालोद में सम्मान नहीं मिला और ऐन मौके पर उनका टिकट काट दिया गया तो अभिषेक चौधरी ने भाजपा का दामन थाम लिया था। तब अचानक पैराशूट उम्मीदवार के अचानक आने व अभिषेक के भाजपा में जाने के बाद उम्मीद लग रही थी कि गुर्जर समाज एकजुट होकर भाजपा के पक्ष में मतदान करेगा, लेकिन गुर्जर समाज ने अपने सजातीय प्रत्याशी को चुनना मुनासिब समझा। वोटिंग के दौरान गुर्जर समाज का वोट बैंक गठबंधन के पक्ष में गया। भाजपा की हार के बाद अब उपचुनाव की समीक्षा शुरू हो गई है। अब निकाय चुनाव भी नजदीक है।ऐसे में गुर्जर समाज को कैसे साधा जाए। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुर्जर समाज के प्रति मंडल को बुलाकर उन्हें भरोसा दिलाया कि भाजपा ने हमेशा गुर्जर समाज का सम्मान रखा है।राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर के साथ भाजपा नेता अभिषेक चौधरी को पूरा भरोसा दिलाया गया कि उन्हें पूरा सम्मान दिया जाएगा।
गुर्जर समाज को दी जा चुकी है विधायकी: गुर्जर नेता वीरेंद्र सिंह गुर्जर एम एल सी के साथ कद्दावर नेता रहे है। जिला पंचायत की सदस्य वंदना वर्मा को भाजपा ने एमएलसी बनाकर उनका रुतबा बढ़ाया था। अभिषेक चौधरी के भाजपा में आने के बाद उनके समर्थकों में काफी उम्मीदें जगी है। हालांकि अभिषेक चौधरी का कहना है कि वे भाजपा के वफादार सिपाही हैं। पार्टी की ओर से उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी जाएगी उसे बखूबी निभाया जाएगा। बिना जिम्मेदारी भी वे लगातार जनता की सेवा कर रहे है।