चीनी मिल कर्मचारी को दरोगा ने पीटा, कार्यवाही की मांग को किया प्रदर्शन

ड्यूटी पर जा रहे कर्मचारी के साथ मारपीट का दरोगा पर लगा आरोप,पी आर वी पर तैनात आरोपी दरोगा के खिलाफ प्रदर्शन कर ग्रामीणों ने की मांग
काज़ी अमजद अली
मुजफ्फरनगर : नागरिकों को आपातकालकालीन सुरक्षा सेवा प्रदान करने वाली डायल 112 पुलिस की विपरीत कार्यशैली का मामला प्रकाश में आया है। जहाँ पी आर वी गाड़ी पर तैनात दरोगा पर चीनी मिल में तैनात कर्मचारी ने अभद्रता व मारपीट के गम्भीर आरोप लगाये हैं। घटना को लेकर रोष व्याप्त हो गया है।आरोपी दरोगा के खिलाफ कार्रवाई को लेकर ग्रामीणों ने थाना ककरौली पर प्रदर्शन किया है। वहीँ घायल कर्मचारी को उपचार के लिये सरकारी अस्पताल पहुँचाया गया है।वहीँ इंसाफ न मिलने पर पीड़ित ने आत्महत्या की चेतावनी भी दी है।
मुजफ्फरनगर जिले के ककरौली थाना क्षेत्र का है, जहाँ गाँव दरियापुर निवासी पुष्पेंद्र ने बताया कि वह दी गंगा किसान सहकारी चीनी मिल्स मोरना में तोल कांटे पर कार्यरत है। उसकी ड्यूटी आधी रात में दो बजे की शिफ्ट में चल रही है। सोमवार को पुष्पेन्द्र निकटवर्ती गांव मीरांवाला में ठहरा था। आधी रात को वह अपने साथी मीरावाला निवासी प्रदीप को फोन किया तथा राजवाहे के पुल पर खडा होकर प्रदीप का इंतजार करने लगा। कुछ देर बाद प्रदीप की बाईक आती दिखाई दी तभी वहां तैनात डायल 112 पुलिस की गाड़ी पीआरवी 2230 में बैठे दरोगा ने उसे टॉर्च की रोशनी से इशारा करके अपने पास बुलाया व आधी रात में पुल पर खड़ा होने का कारण पूछा। जिस पर पुष्पेन्द्र ने पुलिसकर्मियों को मोरना चीनी मिल में ड्यूटी पर जाने की बात बताई। आरोप है कि दरोगा ने अभद्रता करते हुए गाली गलौज शुरू कर दी पुष्पेन्द्र के साथ मारपीट करते हुए उसके गुप्तांगों पर लातें बरसा दी। पुष्पेन्द्र ने इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी।तबियत बिगड़ती देख परिजन घायल पुष्पेन्द्र को उपचार के लिये भोपा सीएससी पर ले गये।
वहीं घटना को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त हो गया। ग्रामीणों ने थाना ककरौली पहुंचकर आरोपी दरोगा पर कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा किया। पीड़ित पुष्पेन्द्र ने इंसाफ न मिलने पर आत्महत्या करने की बात कही है।प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने माँग कर बताया कि कानून सबके लिये बराबर है। दरोगा द्वारा बेगुनाह कर्मचारी को पीटा गया है। दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिये। पीड़ित कर्मचारी को न्याय मिलना चाहिये। थानाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत किया।
प्रदर्शन करने वालों में मुख्यरूप से अरुण डायरेक्टर, जयवीर सिंह, संदीप, प्रवीण, विपिन, पवन, राजवीर, हरिसिंह, सुखबीर, विनोद, श्यामवीर, अंकुर खटाना, राजा, सुबोध, नीरज आदि सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।