लड्डू खाने से कॉलिज की छात्राओं की बिगड़ी तबियत, मचा हडकंप,अस्पताल में किया भर्ती

काज़ी अमजद अली
मुजफ्फरनगर जनपद में बड़े स्तर मिलावटी खाद्य पदार्थो की बिक्री धड़ल्ले से जारी है। नागरिकों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले दुकानदार नकली खाद्य पदार्थ व मिठाइयों की बिक्री कर नागरिकों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहें। मोरना में बडी मात्रा में नकली मिठाईयों का कारोबार धडल्ले से किया जा रहा है। हलवाई की प्रत्येक दुकान पर रंगीन कैमिकलयुक्त मिठाईयां सजी हुई हैं, जिन्हें बेचकर आम नागरिकों के स्वास्थ्य से खिलवाड किया जा रहा है। मंगलवार को स्कूल से घर लौट रही छात्राओं द्वारा मिठाई खाने के बाद उनकी तबियत बिगड गई, जिससे हडकंप मच गया। आनन-फानन में बीमारी छात्राओं को निजी अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया, जहां उनकी हालत गम्भीर बनी हुई थी। वहीं घटना को लेकर परिजनों में भारी रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने कैमिकलयुक्त नकली मिठाई बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग प्रशासन से की है।
लड्डू खाने से कॉलिज की छात्राओं की बिगड़ी तबियत, मचा हडकंप,अस्पताल में किया भर्ती@Uppolicehttps://t.co/qAuD8pDslI pic.twitter.com/BpiIj1eDi2
— True Story (@TrueStoryDelhi) January 3, 2023
मुजफ्फरनगर जिला मुख्यालय से 24 km. दूर गाँव मोरना स्थित बस स्टेण्ड पर शाम के हंगामा खड़ा हो गया कुछ ही देर में भारी संख्या में ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गये प्राप्त जानकारी के अनुसार मोरना के निकटवर्ती गाँव बहुपुरा निवासी छात्राएं रिया, रेनू, साक्षी, कशिश, वैशाली, प्रिया, साक्षी आदि मंगलवार को स्कूल से छुट्टी के बाद बस स्टैण्ड पर स्थित मिष्ठान भंडार पर पहुंची जहां उन्होने पचास रुपये के लड्डू खरीदकर खाए। गांव पहुंचने पर छात्रा रिया, रेनू, साक्षी, कशिश व वैशाली को चक्कर आने की शिकायत हुई। कुछ ही देर में सभी छात्राओं को तेज़ उल्टियां आने लगी। जिसे देखकर परिजन घबरा गए। सभी छात्राओं की तबियत एक साथ बिगडने से गांव में हडकम्प मच गया। आनन-फानन में छात्राओं को मोरना में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार शुरू किया गया। वहीं नकली मिठाई बेचनेवाले दुकानदार के खिलाफ रोष भडक गया। परिजन धर्मसिंह, हरपाल, प्रवीण, कपिल, अनिल आदि का आरोप है कि कैमिकलयुक्त मिठाई खाने से छात्राओं की तबियत बिगडी है। ग्रामीणों का कहना है कि मोरना में मिठाई की दुकानों पर रंगीन कैमिकलयुक्त मिठाईयां बेची जा रही है, जिन्हें दूसरे क्षेत्रों से लाकर बेचा जा रहा है। वहीं दूसरे क्षेत्र से बडी यात्रा में नकली मिठाईयां लाकर सस्ते दामों पर दुकानदारों को बेची जाती है, जिन्हें सजाकर दुकानदार महंगे दामों पर बेचकर मोटी कमाई कर रहे हैं।
सूचना पर पहुँचे प्रभारी निरीक्षक अपराध रामबीर सिंह ने घटना की जानकारी की
जानकारी के अनुसार हलवाई की दुकानों पर दूसरे क्षेत्र से रेडीमेड मिठाई की आपूर्ति की जाती है।बेहद सस्ते दामों पर थोक विक्रेता मिठाई की बिक्री दुकानों पर करते नाम न बताने की शर्त पर एक दुकानदार ने बताया कि मिल्क केक 60 से 70 रुपये प्रति कि. ग्राम,गाजर का हलुआ व बंगाली रसगुल्ला 110 से 120 रुपये प्रति किलोग्राम तथा कुछ अन्य मिठाई भी इसी भाव मिल जाती हैं। लडडू के लिये रेडीमेड बूंदी अथवा रो मैट्रीयक बेहद सस्ता मिल जाता है। काउन्टर में सजाकर मिठाइयों को दोगुने तीन गुने भाव मे बेंचा जाता है।तहसील जानसठ के कई गांवों में इस प्रकार की मिठाईयां बड़े स्तर पर तैयार कर क्षेत्र में सप्लाई की जाती है। यहाँ तकी की समोसा व चाट पर मिलाई जाने वाली खटाई चटनी भी आमतौर केमिकल युक्त होती है।
सबकुछ जानकर भी खाद्य विभाग मौन दर्शक बना हुआ है।जिससे नागरिकों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है।नागरिकों के स्वास्थ्य को जोखिम में डालकर मोटी कमाई करने वालों पर कार्रवाई अवश्य बनती है।
मोरना में छात्राओं के साथ घटी घटना के बाद मिलावटी मिठाई बनाने व बिक्री करने वालों के खिलाफ प्रशासन क्या कार्रवाई करता है।तथा नागरिकों के स्वास्थ्य की चिंता में घड़ियाली आँसू बहाने वाले शासन प्रशासन घटना पर क्या संज्ञान लेता है।अगर मिलावटी खाद्य सामग्री बेंचने वालों पर कोई अंकुश न लगा तो नागरिकों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों के हौंसले बड़ा कोई गुल अवश्य खिलाएंगे।
वहीं सूचना पर पहुँचे भोपा थाना पर तैनात क्राइम इंस्पेक्टर रामबीर सिंह ने मौके पर घटना की जानकारी की है।