डायट में शुरू हुआ बेसिक शिक्षकों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर

प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों तथा उनके माध्यम से कक्षा शिक्षण के दौरान बच्चों में अपेक्षित जीवन कौशल को विकसित करना रहा
मुजफ्फरनगर । जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, मुजफ्फरनगर में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, उत्तर प्रदेश, लखनऊ के तत्वाधान में जनपद स्तर के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों का पांच दिवसीय जीवन कौशल प्रशिक्षण बुधवार से प्रारंभ किया गया।
डायट प्राचार्य संजय कुमार रस्तोगी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया ।वरिष्ठ प्रवक्ता राजीव गुप्ता एवं श्रीमती सरोज तोमर ने पुष्पांजलि अर्पित की। डायट प्राचार्य संजय कुमार रस्तोगी ने जीवन कौशल का जीवन में क्या महत्व है? इस विषय पर प्रकाश डाला ।डॉ० पूनम चौधरी द्वारा प्रशिक्षण नोडल के रूप में डब्ल्यूएचओ द्वारा चिन्हित 10 जीवन कौशल का संक्षिप्त परिचय देकर कार्यक्रम का संचालन किया । श्रीमती विकीन ने भी जीवन कौशल पर अपने विचार साझा किए।प्रथम सत्र में “स्वजागरूकता कौशल” पर डॉ० पूनम चौधरी ने प्रतिभागियों से विस्तार से चर्चा की ।साथ ही स्व जागरूकता से संबंधित गतिविधियां मैं कौन हूं? एवं ध्यान आदि करा कर प्रशिक्षण को सार्थक बनाया । श्रीमती शिवानी गुप्ता एवं मुकेश कुमार सहायक अध्यापक ने मास्टर ट्रेनर के रूप में विभिन्न गतिविधियों को कराया।इस प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों तथा उनके माध्यम से कक्षा शिक्षण के दौरान बच्चों में अपेक्षित जीवन कौशल को विकसित करना है। प्रशिक्षण में मुजफ्फरनगर जनपद के दो बैच में 50-50 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम के दौरान राजीव कुमार , जितेंद्र सिंह, डॉ.बबिता तोमर, शिवप्रसाद सिंह ,श्रीपाल, डॉ पंकज वशिष्ठ ,श्रीमती रीनू, प्रीति एवं अंजलि डायट प्रवक्ता मौजूद रहे। डीएलएड प्रशिक्षु निशांत, भीमसेन, सिमरन ,मानवी आदि का सहयोग रहा।