शुक्रताल: गंगा मैली होने से भड़क उठे साधु सन्त,गंगा में खड़े होकर किया प्रदर्शन

काज़ी अमजद अली
मुज़फ्फरनगर:गंगा मैया में दूषित पानी छोड़कर उसे मैली करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर शनिवार को साधु सन्तों ने गंगा मैया में खड़े होकर प्रदर्शन किया व बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। वहीँ जिला पंचायत अध्यक्ष सहित भाजपा नेताओं ने साधु सन्तों को कार्रवाई का आश्वासन देकर शान्त किया।
शुक्रताल: गंगा मैली होने से भड़क उठे साधु सन्त,गंगा में खड़े होकर किया प्रदर्शन
पूरी खबर एक क्लिक पर…https://t.co/i8cjJgM9pX pic.twitter.com/aEnaD2xGFJ— TRUE STORY (@TrueStoryUP) March 11, 2023
महाभारत कालीन तीर्थ नगरी शुकतीर्थ में गंगा व सोलानी नदी का जल प्रवाह निरन्तर बहता है। प्रतिदिन हजारों साधु सन्त व दूर दराज आये श्रद्धालु गंगा मैया में स्नान कर पुण्य प्राप्त करते हैं। आस्था का केन्द्र गंगा मैया की आरती कर पूजा अर्चना की जाती है। शुकतीर्थ में जहाँ गंगा का जल स्तर घटना समस्या बना हुआ है।वहीं बार –बार दूषित पानी आ जाने से आस्था पर प्रहार किया जा रहा है। गंगा में दूषित पानी आ जाने से घटी ऑक्सीजन की मात्रा के कारण असंख्य जलीय जन्तुओं की मौत हो गयी है। शुक्रवार की प्रदूषण विभाग की टीम ने दूषित जल के सैम्पल लेकर प्रयोगशाला में भेजे गये हैं। बीते शुक्रवार को जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल ने इस सम्बंध में जिलाधिकारी मुज़फ्फरनगर को अवगत कराया था। तथा गंगा सेवा समिति के सचिव डॉ.महकार सिंह द्वारा थाना भोपा पर तहरीर देकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गयी। अक्तूबर 2018 में भी गंगा में दूषित जल छोड़ने वाली लक्सर स्थित एक डिस्टलरी के खिलाफ गंगा सेवा समिति द्वारा भोपा थाना पर मुकदमा दर्ज कराया गया था।
मुज़फ्फरनगर जिले के प्राचीन तीर्थ स्थल शुकतीर्थ में शनिवार की सुबह गंगा घाट पर साधु सन्त इकट्ठा हुए जिन्होंने महामंडलेश्वर स्वामी गोपालदास महाराज के नेतृत्व में नारेबाजी के प्रदर्शन शुरू कर दिया। गंगा में काली पानी को लेकर गुस्साए साधु सन्त गंगा में खड़े हो गये। जहाँ महामंडलेश्वर स्वामी गोपालदास महाराज ने गंगा मैया को दूषित कर धार्मिक आस्था पर प्रहार करने वाले दोषियों के खिलाफ तुरन्त कार्रवाई की माँग की
महामंडलेश्वर स्वामी गोपालदास महाराज ने बताया कि दूषित पानी आने से मछलियों सहित अन्य जलीय जन्तु मर गये। श्रद्धालु स्नान किये बिना ही वापस लौट गये। ये तीर्थ स्थल के लिये बड़े दुर्भाग्य की बात है।शासन प्रशासन की लापरवाही के कारण गंगा को दूषित किया गया है। दोषियो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई न हुई तो साधु सन्त धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
वहीँ मौके पर पहुँचे जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल व भाजपा किसान प्रकोष्ठ क्षेत्रीय मन्त्री अमित राठी ने साधु सन्तों को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की आश्वासन देकर शान्त किया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से पण्डित रामकुमार शर्मा,अजय कृष्ण शास्त्री,स्वराज दास,सेवादास,शंकर पुरी, पद्मगिरी,नागा बाबा,पत्थर पुरी, राम किशन दास,राजीवगिरी,बसन्तदास,नैनसिंह दास,रामकिशन दास,राम आश्रय दास,देवेन्द्र शर्मा, सुखलाल लालदास,प्रदीप निर्वाल आदि मौजूद रहे।
वहीँ प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी अंकित सिंह ने बताया कि सोमवार को उत्तरप्रदेश व उत्तराखंड राज्यों की सँयुक्त टीम पानी के नमूने लेकर जाँच करेगी।