प्रभारी शिक्षकों को प्रधानाध्यापक का वेतन दिलाने को हाई कोर्ट की शरण में जायेगा राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ

मुजफ्फरनगर। बेसिक स्कूलों में कई सालों से प्रधानाध्यापक की जगह इंचार्ज अध्यापक से कई साल से प्रधानाध्यापक का काम लिया जा रहा है। जिससे उनका अनेक तरह से शोषण हो रहा है और उनको प्रधानाध्यापक पद का वेतनमान भी नहीं दिया जा रहा है अब इस बड़ी विसंगति को लेकर जिले के शिक्षक राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के नेतृत्व में हाई कोर्ट प्रयागराज इसी सप्ताह जा रहे हैं। इसको लेकर संघ ने सभी तैयारी पूरी कर ली है।शिक्षकों ने संघ के नेतृत्व में बेसिक शिक्षा अधिकारी मुजफ्फरनगर को भी बड़ी संख्या में इस बारे में अपने प्रतिवेदन दे दिए हैं।
कैंप कार्यालय पर प्रत्येक विकासखंड के अध्यापकों के कागजात इस संबंध में जमा कर लिए गए हैं। जनपद में बहुत बड़ी टीचरो की संख्या ऐसी है जिसे बेसिक शिक्षा विभाग कई सालों से कार्यवाहक प्रधानाध्यापक का जुगाड पद देकर पूर्ण प्रधानाध्यापक का काम ले रहा है।लेकिन इसके बदले प्रधान अध्यापक का वेतन भी नहीं दे रहा है।जो टीचर कार्यवाहक रूप में प्रधानाध्यापक के पद पर काम कर रहे है वो विभाग की चालबाजी से ठगे जा रहे है।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ मुजफ्फरनगर इकाई ने इस गंभीर मुद्दे पर शिक्षकों से चर्चा की और कई प्रस्ताव पास किये! गोकुल सिटी स्थित संघ कैम्प कार्यालय पर चर्चा कोषाध्यक्ष मंजू रानी के नेतृत्व मे हुई। जिसकी अध्यक्षता अरविंद मलिक जिला अध्यक्ष द्वारा की गई।राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला संयोजक रविंद्र सिंह सीमली ने बताया कि प्रत्येक विकासखंड से अध्यक्ष,महामंत्री व अनेक पदाधिकारी के साथ चर्चा की गई।
अध्यापकों की समस्याओं के साथ जनपद के बेसिक विद्यालयों में काफी समय से सहायक अध्यापक के पद पर रहते हुए बहुत अध्यापक प्रभारी प्रधानाध्यापक का कार्य कर रहे है,जिसकी एवज में उन्हें अलग से कोई वेतन या सुविधा लाभ भी नहीं मिलता है।अभी हाल में न्यायालय के एक आदेश में प्रभारी प्रधानाध्यापक को भी प्रधानाध्यापक का वेतन दिए जाने हेतु राज्य सरकार को आदेश दिया गया है।जिसके लिए जनपद मुजफ्फरनगर से भी कई सौ की संख्या में शिक्षक राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जनपद मुजफ्फरनगर के नेतृत्व में न्यायालय की शरण में जाने को तैयार है।जिले का कोई भी शिक्षक/ शिक्षिका इस संबंध में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के विकासखंड स्तरीय पदाधिकारी से अपनी समस्या बता सकता है।इस दौरान जिला अध्यक्ष अरविंद मलिक द्वारा जनपद में प्रोन्नत वेतनमान को लेकर बीएसए से मिलकर वार्ता करने की बात कही। राम रतन वर्मा जिला अध्यक्ष यूटा ने शिक्षकों की हर समस्या के लिए लड़ने का आह्वान किया प्रोन्नत वेतनमान में जिले में कई अध्यापकों को विभाग ने छोड़ दिया है। इस दौरान संरक्षक रविंद्र सिंह,रामरतन,अरविंद मलिक,लोकेश वशिष्ठ,जयगिरि,अमित तोमर,मंजू रानी,राजेश्वर,संजय शर्मा,क्षितिज नेगी,अजय तोमर,विक्रांत कुमार,कविंद्र कुमार,सोनू कुमार,अमित कुमार,महबूब अली,ओमदत्त गौतम, डा.संजीव कुमार,रूपक राणा,विनेश कुमार सहित बडी संख्या मे शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।




