ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा.. पिता व भाई निकले सरस्वती के क़ातिल

UP के मुज़फ्फरनगर में विवाहिता सरस्वती की हत्या उसी के पिता राजवीर व भाई सुमित ने की थी। तीन लोगो ने इस ऑनर किलिंग की वारदात को अंजाम दिया था। सरस्वती की शादी 2019 में हुई थी। वहां से उनकी बेटी ने तलाक ले लिया था। 2022 में परिवार ने दूसरी जगह शादी की। एक वर्ष में यह विवाह भी टूट गया। 2024 में वह अपने बॉयफ्रेंड अमित संग गुरुग्राम में रहने लगी थी। अब अमित का भी साथ छोड़ दिया था। किसी अन्य संग रात में घर से निकली। पिता व भाई ने समझाया, नहीं मानी। मज़बूरी में राजवीर, सुमित व हरदयाल ने गला दबाकर हत्या की और लाश को जला दिया था। अब पुलिस ने पिता – पुत्र को अरेस्ट कर ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री का खुलासा कर दिया।
क्या थी घटना…
थानाक्षेत्र ककरौली के अन्तर्गत ग्राम कटिया के जंगल में एक महिला का अधजला शव मिला था। थाना ककरौली पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम हेतु भिजवाया गया तथा शव की शिनाख्त का प्रयास किया गया। थाना ककरौली पुलिस द्वारा मृतका के शव की शिनाख्त हेतु अथक प्रयास किया गया तथा सोशल मीडिया प्लेटफार्म व अन्य माध्यम से जांच की गयी तो मृतका की शिनाख्त सरस्वती पुत्री राजवीर निवासी ग्राम जडवड़ थाना ककरौली, मुजफ्फरनगर के रूप में हुई। पुलिस द्वारा मृतका के पिता व भाई को हिरासत में लिया गया जिन्से कडाई से पूछताछ की गयी जिसमें अभियुक्तगण द्वारा सरस्वती उपरोक्त की हत्या करना तथा शव को जंगल में फैंककर पैट्रोल डालकर जला देना स्वीकार किया गया। आज दिनांक 08.06.2025 को ग्राम चौकीदार से प्राप्त तहरीर के आधार पर अभियुक्तगण के विरूद्ध थाना ककरौली पुलिस द्वारा मु0अ0सं0- 91/2025 धारा 103(1),238 बीएनएस पंजीकृत किया गया है तथा गिरफ्तार अभियुक्तगण को जेल भेजने की कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है।
गिरफ्तार अभियुक्तगण का नाम व पता-
1.राजवीर सिंह पुत्र अमर सिंह निवासी ग्राम जडवड थाना ककरौली, मुजफ्फरनगर। (मृतका का पिता)
2.सुमित पुत्र राजवीर निवासी उपरोक्त। (मृतका का भाई)
वांछित/फरार अभियुक्त का नाम व पता-
1.हरदयाल निवासी रूडकी, हरिद्वार, उत्तराखण्ड।
क्या हुआ खुलासा…
प्रारम्भिक पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तगण द्वारा बताया गया कि उन्होने मृतका सरस्वती की शादी वर्ष 2019 में थानाक्षेत्र भोपा के मोरना में की थी। शादी के 02 वर्ष पश्चात सरस्वती प्रेम सम्बन्धों के कारण मोरना से वापस गांव आ गयी। हमनें 2022 में पुनः सरस्वती की शादी शामली में की थी जहां 01 वर्ष में ही उसकी शादी टूट गयी तथा वह फिर गांव में आ गयी। हमने उसे काफी समझाने का प्रयास किया परन्तु वह नही मानी। उसके बाद वह अपने प्रेमी अमित के साथ गुरूग्राम में रहने लगी तथा वहीं किसी कम्पनी में नौकरी करने लगी। दिनांक 10.05.2025 को सरस्वती गांव वापस आई थी तथा गांव में ही रह रही थी। दिनांक 29/30 की रात्रि को सरस्वती अपना सामान पैक कर घर से जा रही थी हमने उसे रोकने व समझाने का प्रयास किया परन्तु वह नही मानी, सरस्वती द्वारा बार-बार घर से जाने से समाज में हमारे सम्मान में ठेस पहुंच रही थी। हमने अपने साथी हरदयाल के साथ मिलकर लोक लाज के कारण सरस्वती की हाथ से गला दबाकर हत्या कर दी, उसके शव को 05 किलोमीटर दूर ले जाकर ग्राम कटिया के जंगल में रजवाहे के किनारे फैंक दिया तथा शव की पहचान छिपाने के उद्देश्य शव को पैट्रोल डालकर जला दिया। उसके बाद हम घर आ गये।