SD कॉलेज में संविधान दिवस पर राष्ट्रीय सेमिनार का आगाज़

एसडी कॉलेज में दो दिवसीय कार्यक्रम शुरू, मुख्य अतिथि कपिल देव अग्रवाल ने किया उद्घाटन

मुज़फ्फरनगर। संविधान दिवस के मौके पर सोमवार को गोल्डन पीकॉक फाउंडेशन द्वारा संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से सनातन धर्म कॉलेज सभागार में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार ‘संविधान, मेरा स्वाभिमान’ की शुरुआत हुई। उद्घाटन मुख्य अतिथि राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई, जिसके बाद छात्र–छात्राओं ने योग प्रस्तुति देकर संविधान की प्रस्तावना में निहित मूल्यों—स्वतंत्रता, समानता, न्याय और बंधुत्व—का प्रतीकात्मक संदेश दिया।
“संविधान लोकतंत्र की आत्मा” — विशेषज्ञों ने रखे विचार

सेमिनार के उद्घाटन सत्र में विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों ने विचार प्रस्तुत किए।
डॉ. ओमदत्त, प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष, विधि विभाग, DAV PG कॉलेज ने कहा कि भारतीय संविधान दुनिया का सबसे सर्वसमावेशी संविधान है। यह नागरिकों को समान अधिकार और अवसर प्रदान करता है।
डॉ. अमित कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर, शिवाजी कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय ने संविधान को सामाजिक न्याय का मार्गदर्शक दस्तावेज़ बताया और युवाओं से संवैधानिक जागरूकता बढ़ाने की अपील की।
डॉ. कुलदीप सिंह, DAV कॉलेज ने संविधान के मूल अधिकारों व कर्तव्यों को सरल भाषा में समझाया।
डॉ. रवि महेन्द्रा, शिवाजी कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय ने संघीय ढांचे और शासन व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा की।
डॉ. रूही जावेद, DAV कॉलेज ने संविधान और भारतीय अर्थव्यवस्था के संबंध में नीति-निर्देशक तत्वों की भूमिका समझाई।
डॉ. संजय कुमार जायसवाल, टीएम भगलपुर विश्वविद्यालय ने युवाओं, खेल और संविधान के परस्पर संबंध पर प्रकाश डाला।
गोल्डन पीकॉक फाउंडेशन से शाज़िया ने न्यायपालिका, संवैधानिक व्याख्या और नागरिकों के कानूनी अधिकारों पर विस्तृत व्याख्यान दिया।
संस्था अध्यक्ष ने रखा उद्देश्य, अतिथि हुए प्रभावित
फाउंडेशन के अध्यक्ष वसीम अहमद ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में संविधान की समझ और जिम्मेदारी को बढ़ाना है। उन्होंने संस्कृति मंत्रालय का आभार भी व्यक्त किया।
मुख्य अतिथि कपिल देव अग्रवाल ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा—
“हमारा संविधान दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है। युवाओं को इसके अध्ययन और पालन के लिए प्रेरित करना समय की जरूरत है।”
उन्होंने मौके पर प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया। जिला स्तरीय निबंध प्रतियोगिता की घोषणा भी की गई।
समापन में व्यक्त किया गया आभार..
कार्यक्रम के अंत में फाउंडेशन के सदस्यों ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और सहयोगी संस्थाओं का आभार व्यक्त किया। आयोजकों ने कहा कि यह सेमिनार समाज में संवैधानिक जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।




