डॉक्टर्स की लापरवाही से मरीज की मौत के मामले की जांच मजिस्ट्रेट से कराने की मांग की

मुज़फ्फरनगर में अंबेडकर युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष राधेश पप्पू ने एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की निष्ठा पर सवाल खड़े करते हुए कोरोना काल में हुई महिला की मौत के मामले की जांच मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी से कराए जाने की मांग की है।इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी एक शिकायती पत्र भेजा है।इसके अलावा डीएम वार रूम पर भी डीएम से शिकायत की गई है। अंबेडकर युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष राधेश पप्पू ने बताया कि जिला पंचायत के प्रशासनिक अधिकारी नरेंद्र शर्मा की पत्नी कुसुम शर्मा की कोरोना काल में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते मौत हो गई थी।आरोप है कि आरटीपीसीआर व एनटीपीसी आर सैंपल की रिपोर्ट समय से उपलब्ध नहीं हुई। इस बीच यहां से मरीज को देहरादून रेफर कर दिया गया।आरोप है कि 28 अप्रैल को मरीज की मौत हो चुकी थी जबकि 7 जून को कोरोना की सैंपल रिपोर्ट मोबाइल पर भेजी गई।इस मामले में डॉक्टरों की लापरवाही सामने आई थी।फर्जी रिपोर्ट किसने भेजी, यह गंभीर मामला था। इसकी जांच सीएमओ द्वारा की गई। लेकिन विभागीय लापरवाही पर लीपापोती करते हुए जांच रिपोर्ट भेजी गई। उन्होंने कहा कि ऐसे में स्वास्थ्य विभाग से अतिरिक्त विभाग अथवा मजिस्ट्रेट से इस पूरे प्रकरण की जांच करने की जाए। शिकायतकर्ता राधेश पप्पू का कहना है कि निष्पक्ष जांच तभी संभव हो पाएगी जब ईमानदार मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर जांच हो।ताकि पीड़ित परिवार को इंसाफ मिल सके।