फरोग़े उर्दू व तालीमी कांफ्रेंस में वक्ताओं ने दूसरी राजभाषा के विकास पर दिया बल

उर्दू टीचर्स वैलफेयर एसोसिएशन मुज़फ्फरनगर के तत्वाधान में फरोग़े उर्दू व तालीमी कांफ्रेंस गय्यूर महल किदवई नगर में आयोजित हुई। जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष अदील मंसूरी ने की और संचालन डॉ. ताहिर क़मर ने किया। प्रोग्राम संयोजक ज़िलाध्यक्ष शराफ़त अली और शहज़ाद अली रहे।
मुख्य अतिथि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मायाराम ने संबोधित करते हुए एसोसिएशन को इस भव्य आयोजन के लिए मुबारकबाद दी और कहा कि ऐसे कार्यक्रम होते रहने चाहिए। उन्होंने कहा कि उर्दू भाषा बहुत मीठी है इसे सभी को सीखना चाहिए। उन्होंने सुलेख प्रतियोगिता में पूरे ज़िले में आऐ प्रथम, द्वितीय और तृतीय परिषदीय स्कूलों के छात्र-छात्राओं और उनके अध्यापकों की मेहनत को सराहा। संगठन द्वारा बी0एस0ए0 को शाल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अदील मंसूरी ने कहा कि मुज़फ्फरनगर की एसोसिएशन बहुत ही सक्रिय है। पूरे प्रदेश में भी यहाँ जितना काम नहीं हो रहा है। इसलिए पूरे प्रदेश की ऐसोसिएशन यहां से सबक़ ले। उन्होंने कहा कि उर्दू अध्यापकों की तैनाती ऐसी जगहों पर कर दी गई है जहां उर्दू पढ़ने वाले बच्चे नहीं हैं। इस सूरत में हमें अपना मिशन बना लेना चाहिए कि जहां भी रहे वहीं सभी बच्चों को उर्दू सीखने के लिए प्रोत्साहित करें और उर्दू पढ़ायें तभी उर्दू का फ़रोग़ हो सकता है।
प्रदेश कन्वीनर मौ0 साबिर ख़ान ने कहा कि आज का आयोजन अल्लामा इक़बाल, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद और पंडित जवाहर लाल नेहरु के जन्म दिवस क्रमशः 9 नवम्बर, 11 नवम्बर और 14 नवम्बर को संयुक्त रुप से उर्दू-दिवस, शिक्षा-दिवस और बाल दिवस के रुप में मनाकर ऐसोसिएशन ने बड़ा कारनामा अंजाम दिया है। जिसकी जितनी सराहना की जाए कम है। उन्होंने सभी अध्यापकों से अपील की कि अपना कर्त्वय पूरी ईमानदारी से निभाएं। उर्दू को अपने घरो में भी ज़िंदा करें और दूसरों को भी इसके सीखने के लिए प्रेरित करें।
शहज़ाद अली ने बताया कि संगठन ने जनपद के प्रत्येक ब्लॉक के परिषदीय स्कूलों में पढ़ रहे कक्षा 5 से 8 तक के बच्चों की एक सुलेख प्रतियोगिता आयोजित की और आज जनपद और ब्लॉक के टॉपर बच्चों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा मेधावी अध्यापकों और सेवानिवृत्त उर्दू अध्यापकों को भी सम्मानित किया गया।
प्रोग्राम को संबोधित करने वालों में राव अब्दुल सत्तार, अमीर नहटौरी, आशिक़ इलाही, रईसुद्दीन राना, फर्रुख़ हसन और मौ0 शुऐब व अलताफुर रहमान का नाम शामिल है। कांफ्रेंस में पूरे ज़िले से लगभग 300 शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने भाग लिया।
प्रोग्राम में भाग लेने आए सभी प्रदेश पदाधिकारियों, अतिथियों एवं गणमान्य व्यक्तियों का स्मृति चिन्ह एवं उपहार देकर सम्मानित किया गया। अंत में ज़िलाध्यक्ष ने सभी अतिथियों एवं अध्यापकों को आभार प्रकट किया।
सभा में औसाफ़ अहमद, तहसीन अली, गुलफाम अहमद, महबूब आलम, सरफ़राज़ अहमद, नदीम मलिक, डॉ0 नौशाद, मौलाना राशिद, मौ0 आबिद, महमूदुल हसन, अरशद अली, मौ0 साजिद, डॉ0 सम्राट, मौ0 साजिद, डॉ0 ताहिर क़मर, ताहिरा बेगम, इमराना परवीन, किशवर ख़ातून, निगार अंजुम, निलोफर, मुमताज़ जैदी, रोशन आरा, नदीम फातमा, अमीर आलम, एजाज़ अली, रईसुद्दीन, मौ0 अली, मौ0 अय्यूब, राशिद, मेराज ख़ालिद, दिलशाद अहमद, साक़िब निसार, जावेद त्यागी, मौ0 आरिफ, डॉ0 रियाज़, फसीहुद्दीन, मौ0 अफज़ाल, मुशर्रफ अली, सरवर आलम, डॉ0 दिलशाद अहमद, अमीर आज़म, मौ0 अकबर, अमीर अहमद, अमजद सैफी, आबाद इलाही, शाहनज़र, सैयद हसन आदि मौजूद रहे।





