एजुकेशन
बिना शिक्षा के इंसान बिल्कुल अधूरा:-मुफ़्ती अफ्फान मंसूरपुरी

कार्यक्रम में 65 छात्राओं को प्रमाण पत्र एवं ईनाम देकर किया गया सम्मानित

मुज़फ़्फ़रनगर में चरथावल इलाके के ग्राम नंगला राई स्थित लड़कियों के शिक्षण संस्थान जामिया आयशा सिद्दिक़ा लिल बनात में एक दिवसीय खत्म ए बुखारी शरीफ कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम में हज़ारो लोगों ने भाग लिया।
चरथावल विकासखण्ड के ग्राम नंगला राई स्थित एक दिवसीय खत्म ए बुखारी शरीफ कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम में हज़ारो लोगों ने भाग लिया।कार्यक्रम में धार्मिक विद्वान मौलाना मुफ्ती सैयद मुहम्मद अफ्फान मंसूरपुरी शेख-उल-हदीस विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता हाफिज मुहम्मद फुरकान असअदी व संचालन मौलाना मुहम्मद अहसानुल हक कासमी व मौलाना मुहम्मद मूसा कासमी ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर जामिया से स्नातक करने वाली 65 छात्राओं को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किए गए। उस अवसर पर मुफ्ती मुहम्मद अफ्फान मंसूर पुरी ने बुखारी शरीफ की आखिरी हदीस का पढ़कर बुखारी शरीफ को पूरा कर शिक्षा प्राप्त करने पर जोर देते हुए कहा कि बिना शिक्षा के इंसान बिल्कुल अधूरा रहता है उन्होंने कहा कि ज्ञान के बिना मनुष्य पूर्ण अपूर्णता की स्थिति में नहीं हो सकता है और कोई भी इसका लाभ नहीं उठा सकता है।
प्रसिद्ध धार्मिक विद्वान हज़रत मोलाना अब्दुल सत्तार बूड़िया हरियाणा ने लोगों से पवित्र पैगंबर की सुन्नत के अनुसार जीने और जीवन के सभी क्षेत्रों में पवित्र पैगंबर मुहम्मद साहब के उदाहरण का पालन करने का आग्रह किया। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के जमीयत यूथ क्लब के सचिव मौलाना अहमद अब्दुल्ला ने भी युवाओं से ड्रग्स और हर तरह के नशे और अन्य बुराइयों से दूर रहने और सामान्य जीवन जीने का आग्रह किया प्रमुख वक्ता मौलाना सालिम अशरफ कासमी देवबंद ने धर्म और आधुनिक शिक्षा के ज्ञान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इस दुनिया और उसके बाद की भलाई इस तथ्य में निहित है कि हमें बच्चों को दोनों तरह से शिक्षित और मार्गदर्शन करने की आवश्यकता है।
अंत में मौलाना अहसान कासमी ने शिक्षा और अन्य कार्यो की वार्षिक रिपोर्ट पेश की। कार्यक्रम की शुरुआत मुफ्ती जुबैर की किरात एवं मौलाना जुनैद हाशमी द्वारा नात से हुई। हजरत मौलाना अब्दुल सत्तार कासमी बूड़िया की दुआ पर कार्यक्रम समाप्त हुआ। अंत में हाफिज मुहम्मद फुरकान अससदी ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया।इस अवसर पर मौलाना जमालुद्दीन कासमी,जमाल-उर-रहमान एडवोकेट,मौलाना अहसान कासमी,मौलाना मूसा कासमी,कारी शोएब आलम,मुफ्ती बिन यामीन प्रधान मुहम्मद अफसरुन, कारी शहजाद, मौलाना सलीम अहमद, मुफ्ती बिलाल, कारी अमजद, हाजी अब्दुल कादिर राही, हाजी आबिद हुसैन, हाजी फय्याज, मौलाना कलीम, कलीम त्यागी,हाजी मतलूब,मुस्तकीम,मौलाना ताहिर कासमी, डॉ साजिद, डॉ शाहफैज, मास्टर हिदायत, ट्रेनर, मुफ्ती अफाक, मास्टर नफीस अहमद, हाफिज इकरामुद्दीन आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।