यूक्रेन से लौटे छात्रों ने बयां किया दिल का दर्द

-चेयरपर्सन ने साझा की परदेस की परेशानियां, छात्र बोले जंग जीतने जैसी वापसी
मुजफ्फरनगर। यूक्रेन में जंग के हालात से लड़कर लौटे छात्रों ने वतन वापसी कर दिल का दर्द बयां किया। परदेस की परेशानियों का जिक्र किया तो स्वजन की आंखे भी नम हो गईं। यूक्रेन से लौटे ऐसे ही दो बच्चों से नगरपालिका चेयरपर्सन अंजु अग्रवाल ने मुलाकात की। उन्होंने विपरीत हालात में धैर्य खोए बिना जंग से जूझते यूक्रेन से वापसी करने वाले बच्चों की बहादुरी को सलाम किया। साथ ही केन्द्र सरकार के ऑपरेशन गंगा की सराहना करते हुए कहा कि पीएम ने इन बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए बड़ा काम किया। विशेष सफाई अभियान से निपटने के बाद चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल यूक्रेन से लौटे बच्चों से मिली। यूक्रेन से लौटी डा. सोमपाल की पुत्री ईशा एवं डा. इकबाल के पुत्र मोहम्मद कैफ से मुलाकात कर अंजु अग्रवाल ने बच्चों के हौसलों की सराहना की। चेयरपर्सन ने बच्चों को गले लगाया और उनका हालचाल जाना। विस्तार से यूक्रेन संकट के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बच्चों के पेरेंट्स के हौसले की की प्रशंसा की। मो. कैफ ने बताया कि युद्ध के कारण वहां पर भयावह हालात बने हैं। शहर से निकलना भी मौत को दावत देने के समान लग रहा था। बताया कि जहां पर वे लोग थे, वहां से रोमानिया बॉर्डर जाने के लिए उनको खारकीव शहर से गुजरना था, लेकिन खारकीव में रूसी फौज घुस चुकी थी और आकाश तथा जमीन से हमले हो रहे थे। ऐसे में शहर से रोमानिया बार्डर पहुंचना किसी जंग से कम नहीं रहा। हर जगह बम धमाकों की आवाज और फायरिंग का शोर था, सड़कों पर उन्होंने लाशे देखीं। ऐसे माहौल में वे बार्डर की ओर निकले और खारकीव शहर को पार करना काफी भयावह अनुभव रहा। बार्डर तक पहुंचना किसी जंग लड़ने से कम महसूस नहीं हुआ। बार्डर पर जब उनको एंट्री मिली तो उनको लगा मानो दूसरा जीवन पा लिया हो। वहीं छात्रा ईशा ने बताया कि युद्ध जैसे हालात बनने के दौरान कई बार उनको परिजनों ने बुलाना चाहा, लेकिन परीक्षा नजदीक आ चुकी थी और परीक्षा की तैयारी के कारण उनको रुकना पड़ा। परीक्षा के बाद छुट्टी में ही घर आने की सोच रही थी, फिर ऐसी उम्मीद भी नहीं थी कि हालात इतने खराब हो जायेंगे। रूस और यूक्रेन के बीच तनातनी चलती ही रहती है। छात्रा ने बताया कि वतन लौटना एक करिश्मे के समान है। परिजनों के बीच खुद को पाकर मैं काफी प्रसन्नता हो रही है। भगवान तथा भारत सरकार का आभार जताना चाहती हूं।