अपना मुज़फ्फरनगर
यमदूत बनी बस ने स्कूटी सवार 3 मासूमो को कुचला, देर रात 1 बालिका ने ली आखिरी सांस

(सलीम सलमानी)
-भाई 12 और 5 साल की बहन को स्कूटी से स्कूल छोड़ने जा रहा था
-सामने से बस ने मारी टक्कर, आसपास के लोगों ने बस के नीचे फंसे बच्चों को बाहर निकाला

मुजफ्फरनगर। सोमवार सुबह रोडवेज बस ने स्कूटी सवार तीन भाई-बहनों को रौंद दिया। दर्दनाक हादसे में 12 साल की एक बच्ची बुरी तरह से घायल हो गई। जबकि उसकी पांच साल की बहन और 14 साल के भाई को भी चोटें आई हैं। तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर 1 बालिका की मौत हो गई.

सोमवार की सुबह पुरकाजी कस्बे के मुस्तफा कॉलोनी निवासी शहजाद का 14 वर्षीय पुत्र शावेज सलमानी कक्षा छः में पुरकाजी के इंग्लिश मीडियम स्कूल न्यू स्थिति में पढता है। आज छात्र स्कूटी पर सवार होकर अपनी छोटी बहन सफिया उम्र 12 वर्ष जो कक्षा पांच में पढ़ती है। तथा उसकी छोटी बहन अफिया जिसकी उम्र तकरीबन छः साल है और नर्सरी कक्षा में पढ़ती है। तीनों बच्चे आज सुबह स्कूल में पढ़ने के लिए जा रहे थे जब न्यू स्टेपिंग स्टोन स्कूल के सामने पहुंचे तो हरिद्वार की ओर से तेज रफ्तार से आ रही शिकोहाबाद डिपो की बस संख्या यूपी 83बीटी/223 ने छात्रों की स्कूटी में जबरदस्त टक्कर मार दी, तथा स्कूटी कुछ दूरी तक घिसटती हुई चली गई। जिस कारण स्कूटी पर सवार तीनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों ने बस के नीचे फंसे बच्चों को बाहर निकाला तथा पुलिस को सूचना दी तुरंत ही पुलिस मौके पर पहुंची और बस को कब्जे में लेकर बच्चों को उपचार के लिए भिजवाया जहां पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से तीनों बच्चों को तुरंत ही जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। परिजन एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे गंभीर घायल होने के चलते उपचार चल रहा वहीं एक बच्ची को मेरठ रेफर किया गया है। जहा देर रात बालिका ने आखिरी सांस ली.पुरकाजी कस्बे में हुए हादसे से शोक व्याप्त है। वहीं इससे पहले हादसे की सूचना पर कस्बे से सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए और हंगामा करते हुए रोडवेज बस चालक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने रोडवेज बस को कब्जे में लिया है।
बेकाबू दौड़ती है रोडवेज़ बसे…
हाईवे पर स्पीड ब्रेकर ना होने के कारण रोडवेज बसें सरपट दौड़ती हैं ना ही रोडवेज बस के चालक बसों में ब्रेक लगाते हैं। ना ही किसी को साइड देने का काम करते हैं लापरवाही का नतीजा यह हुआ कि रोडवेज बस चालक ने आज तीन स्कूली सगे भाई बहनों को अपना शिकार बनाया है। मामले में तीनों का उपचार चल रहा है।
स्कूल के अंदर वाहन लेकर एंट्री कर रहे नाबालिग बच्चे
सुबह के वक्त हुए हादसे में स्कूल की बड़ी लापरवाही यह है कि यह नाबालिग बच्चों को आखिर कैसे स्कूल के अंदर वाहन लेकर एंट्री दे रहे हैं। स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी बनती है कि वह जो बालक बच्चे हैं या जिनके पास डीएल है उन्हीं बच्चों को वाहन लाने की अनुमति दें। लेकिन स्कूल प्रबंधन ऐसा नहीं कर रहा। अगर आज स्कूल प्रबंधन इस ओर ध्यान देता तो यह हादसा शायद होने से बचा जा सकता था। बड़ी लापरवाही स्कूल प्रबंधन की है कि उन्हें इन नाबालिग बच्चों को स्कूल में कैसे बाहर लाने दिया जा रहा है। आखिर इसमें स्कूल की भी जिम्मेदारी बनती है और अभिभावकों की भी जिम्मेदारी बनती है। लेकिन स्कूल प्रबंधन को सिर्फ और सिर्फ अपनी फीस से मतलब है उन्हें किसी की जान से कोई मतलब नहीं ना ही उन्हें किसी डिसिप्लिन से मतलब है। सिर्फ फीस चाहिए आखिर यह जिम्मेदारी भी स्कूल प्रबंधन की बनती है क्यों स्कूल प्रबंधन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा। एक और बड़ी लापरवाही स्कूल प्रबंधन की है कि स्कूल प्रबंधन की ओर से किसी भी प्रकार का कोई बोर्ड स्कूल के बाहर नहीं लगाया हुआ है कि यहां पर स्कूल है और कृपया वाहन धीरे चलाएं। इस प्रकार का कोई भी बोर्ड स्कूल प्रबंधन के द्वारा जिम्मेदारी के साथ नहीं लगवाया गया है। अक्सर इन स्कूलों के बच्चे वाहनों पर आते हैं। अखिर स्कूल प्रबंधन ने इस ओर ध्यान क्यों नहीं दिया। अब बात अगर स्कूल के बाहर स्पीड ब्रेकर की की जाए तो पुरकाजी में कहीं पर भी आपको एक भी स्पीड ब्रेकर देखने को नहीं मिलेगा अगर आज इस स्कूल के सामने दो स्पीड ब्रेकर बने हुए होते तो शायद यह हादसा आज होने से बचा जा सकता था। खैर कुछ भी हो हादसा सुबह के वक्त हो चुका है और यह तीनों ही सगे भाई बहन अस्पताल में अपनी जिंदगी और मौत से जूझ रहे है। पुरकाजी कस्बे के गणमान्य लोगों ने मुजफ्फरनगर पहुंचकर घायल बच्चों के परिजनों से उनका हालचाल जाना है और उनके स्वास्थ्य की कामना की है। पुलिस का कहना है कि तहरीर के आधार पर रोडवेज बस चालक के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।