व्यक्तिगत विकास और कैरियर की उन्नति में विदेशी भाषाओं के महत्व पर चर्चा


मेरठ। शोभित इंस्टिट्यूट आॅफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी डीम्ड यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर लैंग्वेजेस एंड कम्युनिकेशन के द्वारा व्यक्तिगत विकास और कैरियर की उन्नति में विदेशी भाषाओं के महत्व पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की गई।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय के छात्रों को व्यक्तिगत विकास एवं उनके भविष्य से जुड़ी उन्नति में विदेशी भाषाओं के योगदान से अवगत कराना था। कार्यक्रम की शुरूआत में बोलते हुए स्कूल आॅफ बिजनेस स्टडीज विभाग के निदेशक अशोक गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत करते हुए छात्रों को कम्युनिकेशन एवं विदेशी भाषाओं के महत्व के बारे में विस्तृत रूप से बताया। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार भारत के छात्र अंतरराष्ट्रीय बाजार में व्यापार कर रहे हैं वहां पर उन छात्रों को विदेशी भाषा का ज्ञान होना अनिवार्य है। उन्होंने यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर लैंग्वेजेस एंड कम्युनिकेशन मैं हो रही गतिविधियों के बारे में अतिथियों को अवगत कराया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता सेंटर फॉर लैंग्वेजइज एंड कम्युनिकेशन शोभित विश्वविद्यालय की हेड डॉ. एवगेनिया जरिकोवा रही। उन्होंने छात्रों को विदेशी भाषाओं के महत्व को प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया उन्होंने कहा कि अगर आज के समय में आप ज्यादा भाषाएं जानते हैं तो आप किसी भी मल्टीनैशनल कंपनी में बेहतर रोजगार प्राप्त कर सकते हैं और दूसरे देशों में जाकर आसानी से रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। जिस प्रकार शोभित विश्वविद्यालय के छात्र अलग से जर्मन, फ्रेंच, रशियन सिख रहे हैं यह आगे चलकर उनको बहुत मदद करने वाला है। विभिन्न भाषाएं जानने वाले छात्रों को दूसरे छात्रों के मुकाबले प्राथमिकता दी जाती है। इसलिए व्यक्तिगत विकास और कैरियर की उन्नति के लिए विभिन्न भाषाओं का जानना बहुत आवश्यक है। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर नेहा वशिष्ठ द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी विभागों के निदेशक शिक्षकगण एवं छात्रों का विशेष सहयोग रहा।
इन्होंने कहा
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के संस्थापक एवं कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने रशियन भाषा में बोलते हुए अपने संबोधन की शुरूआत की उन्होंने बताया कि जब वह रूस में रह रहे थे तब उन्होंने रशियन भाषा सीखी जिसके कारण बाद उनके निजी एवं व्यवसायिक जीवन में उनको बहुत मदद मिली। उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि छात्रों को स्वयं आगे बढ़कर विभिन्न भाषाओं का ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। निश्चित रूप से आगे चलकर यह ज्ञान उनको बहुत मदद करने वाला होगा।
इन्होंने कहा
कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजय राणा ने सेंटर फॉर लैंग्वेज एंड कम्युनिकेशन की तारीफ करते हुए कहा कि इस तरह का लैंग्वेज सेंटर बहुत कम शिक्षण संस्थाओं में हैं इसलिए ज्यादा से ज्यादा छात्रों को इस सेंटर का फायदा उठाते हुए विभिन्न विदेशी भाषाओं को सीखने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के अंत में स्कूल आॅफ बेसिक एंड अप्लाइड साइंस के निदेशक डॉ आरके जैन ने सभी अतिथियों एवं छात्रों को धन्यवाद ज्ञापित किया।




