बजट पारित ना होने से शहर के विकास पर लगा ब्रेक
पालिकाध्यक्ष के नोटिस के बावजूद भी दो दिन में ईओ तैयार नहीं कर पाये एजेंडा

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बजट पास नहीं होने के कारण पालिका का कामकाज बड़े स्तर पर प्रभावित हो रहा है। यहां तक की पालिका में कई विभागों में कागज और अन्य छोटी मोटी सामग्री खरीदने को लेकर भी अफसरों और कर्मचारियों के समक्ष अब परेशानी खड़ी होने लगी है। ऐसे में पालिकाध्यक्ष के तमाम प्रयासों और चेतावनियों के बावजूद भी अभी तक एजेंडा प्रारूप तैयार करने में पालिका के अफसरों ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई है। हाल ही में इसको लेकर पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल ने ईओ हेमराज सिंह को नोटिस जारी करते हुए बोर्ड बैठक का एजेंडा प्रारूप तैयार नहीं करने पर नाराजगी जताई और दो दिनों में अनुमोदन के लिए प्रस्तुत करने को कहा था, लेकिन तीन दिन बीत जाने पर भी पालिका में बोर्ड बैठक के लिए एजेंडा प्रारूप को तैयार करना तो दूर विभागों से प्रस्तावों को लेकर कार्यवाही तक नहीं की गयी है। यह हाल तब है, जबकि इसी बोर्ड बैठक में बजट प्रस्ताव पारित कराया जाना जरूरी है। कर विभाग के द्वारा बजट का प्रस्ताव तैयार करा लिया गया है, लेकिन एजेंडा प्रारूप को अंतिम रूप प्रदान नहीं किया गया है। अप्रैल माह भी अब खत्म होने जा रहा है।
ऐसे में संभावना यही है कि अब बोर्ड बैठक ईद के बाद ही आयोजित की जायेगी। बता दें कि विधानसभा चुनाव की अधि सूचना जारी होने के साथ ही आचार संहिता लागू हो गयी थी। इस दौरान पालिका का बजट भी लटक गया था। पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल ने विधानसभा चुनाव के दौरान ही ईओ हेमराज सिंह को मौखिक आदेश दिये थे कि वह बजट प्रस्ताव के साथ ही अन्य विकास कार्यों और विभागीय कार्यों के लिए समस्त विभागों से बोर्ड बैठक के लिए प्रस्ताव तैयार कराते हुए एजेंडा प्रारूप बनाने की तैयारी में जुट जाये ताकि आचार संहिता हटने के साथ ही बोर्ड बैठक आयोजित कराकर बजट पारित कराते हुए शहर के विकास को और विभागीय कार्यों को गति प्रदान की जा सके। इसी बीच एमएलसी चुनाव की भी घोषणा हो जाने के कारण जनपद में 13 अप्रैल तक आचार संहिता लागू हो गयी। इस बीच भी पालिकाध्यक्ष ने कई बार ईओ और सभी विभागाध्यक्षों को बोर्ड बैठक की तैयारी के लिए एजेंडा तैयार कराने के लिए निर्देशित किया गया। कई बार मौखिक आदेश दिये गये। 31 मार्च को आयोजित हुई विभागीय समीक्षा बैठक में भी पालिकाध यक्ष ने जल्द ही बोर्ड मीटिंग का संकेत देते हुए एजेंडा तैयार कराने पर जोर दिया, लेकिन एजेंडा बनाने के लिए विभागों में तो पत्रावलियों को दुरुस्त किया जाता रहा, परंतु प्रारूप को अंतिम रूप प्रदान करने में ईओ की ओर से कोई तेजी नहीं दिखाई गयी। इसी को लेकर तीन दिन पूर्व पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल ने ईओ हेमराज सिंह को नोटिस जारी करते हुए बार बार के आदेशों के बावजूद भी एजेंडा प्रारूप तैयार नहीं करने पर नाराजगी जताते हुए उनको दो दिनों के भीतर सभी विभागों से बोर्ड बैठक के लिए प्रस्ताव प्राप्त करते हुए एजेंडा प्रारूप तैयार कराकर उनके अनुमोदन के लिए प्रस्तुत करने के निर्देश दिये थे। इसके साथ ही लापरवाही को लेकर नाराजगी जताते हुए प्रस्तावों को भली प्रकार परीक्षण करने की हिदायत भी दी गयी थी। पालिकाध्यक्ष के नोटिस में दो दिन की समयावधि तय की गयी थी, लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी ईओ ने बोर्ड बैठक के लिए एजेंडा प्रारूप तैयार नहीं कराया है। इसके साथ ही अभी कई विभागों में मुख्य प्रस्तावों को लेकर भी पत्रावलियों को तैयार नहीं कराया जा सका है। इसको देखते हुए यही माना जा रहा है कि अप्रैल माह में बोर्ड बैठक का आयोजन मुश्किल है, मई में यह आयोजित कराई जायेगी। वहीं बोर्ड बैठक लटक जाने के कारण वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट भी अटका हुआ है। इसके चलते अब पालिका के लगभग सभी विभागों में कामकाज पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगा है। विभागीय स्तर पर छोटे छोटे काम के लिए अड़चन पैदा होने लगी है। यहां तक की कई विभागों में पटल लिपिक कागज का बंदोबस्त करने में परेशान है। अन्य छोटे काम के साथ ही शहर का विकास भी रूका हुआ है।
ईओ हेमराज सिंह का कहना है कि सभी विभागों से बोर्ड मीटिंग के लिए प्रस्ताव मांगे गये हैं। एजेंडा बाबू को प्रारूप तैयार कर प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया है। जल्द ही एजेंडा तैयार करा लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि अब संभवत ईद के बाद ही बोर्ड बैठक बुलाई जायेगी। बजट पारित नहीं होने पर विभागीय कामकाज पर पड़ रहे असर को लेकर उन्होंने कहा कि कोई बड़ा कार्य नहीं अटका है। विधानसभा और फिर एमएलसी चुनाव में आचार संहिता लागू होने और इसके बाद शासन से आये विशेष अभियानों की तैयारी तथा उनके संचालन में व्यस्तता के चलते ही थोडा विलम्ब हुआ है।