अब खाली प्लाट में गंदगी पर नहीं चलेगा बहाना, होगा जुर्माना

पालिका ने शुरू कराया शहर के सभी वार्डो में खाली प्लाटों और भूमि का निरीक्षण
-एनजीटी के आदेश को सख्ती से लागू कराने पर दिया जोर, ईओ ने मांगा पुरा ब्योरा
-सफाई नायकों को अपने अपने वार्डों में करनी होगी निगरानी, नाम और नंबरों की जुटाएंगे जानकारी
मुजफ्फरनगर। जिला प्रशासन की पहल पर शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाकर एक सुन्दर वेंडर जोन विकसित करने में जुटी नगरपालिका परिषद् की ओर से अब वार्डों को गन्दगी से निजात दिलाने के लिए भी एक बड़ी पहल की गयी है। इसके लिए शहर के सभी वार्डो में खाली पड़े प्लाटों और भूमि को लेकर ब्यौरा एकत्र करने के निर्देश दिये गये है। पालिका के अधिशासी अधिकारी ने एनजीटी के आदेशों का अनुपालन करने के लिए सख्ती दिखाई है। उन्होंने सभी वार्डों से खाली जगह का ब्यौरा तलब करते हुए भूमि के मालिक का नाम और नम्बर सहित डाटा जुटाने के निर्देश दिये है। इसके बाद इन प्लाट और भूमि पर गन्दगी को हटाने के लिए स्वामियों को नोटिस जारी करने की तैयारी है। यदि नोटिस के बाद भी गन्दगी फैली पायी गयी, तो पालिका प्रशासन ऐसे लोगों के खिलाफ बड़ा जुर्माना लागू करते हुए सख्ती करने के मूड में नजर आ रहा है। बता दें कि पिछले दिनों एनजीटी के द्वारा एनसीआर वाले जिलों के शहरी क्षेत्रों में प्रदूषण और गन्दगी को लेकर सख्त निर्देश जारी किये गये थे। इसी को लेकर नगरीय निकायों को खाली स्थानों पर गन्दगी के ढेर लगे होने को लेकर कार्यवाही के निर्देश भी दिये गये, लेकिन इनको लेकर कोई काम नहीं किया गया था। आज भी शहर के कमोबेश सभी वार्डो में ऐसे अनेक प्लाट मिल जायेगे, जो पूरी तरह से कूड़ा डलाव घर में तब्दील हैं। ऐसे स्थानों पर लोगों के द्वारा कूड़ा डालकर गन्दगी फैलाने का काम तो किया जाता है, लेकिन वहां से इस गन्दगी को समेटने के लिए कोई प्रयास नहीं होता है। इसके कारण दूसरे लोगों का जीवन भी नारकीय बना हुआ है। ऐसे में अनेक बार आपसी विवाद और झगड़ों तक भी नौबत पहुंचती रहती है। कई बार ये मामले थानों और अफसरों तक शिकायत के रूप में भी पहुंचे हैं, लेकिन इन पर अंकुश लगाने में विभागीय अफसर और पुलिस व कानून फेल ही नजर आता है। शहरी क्षेत्रों की बस्तियों के बीच ही ये खाली प्लाट और भूमि कूड़ा घर बने हुए हैं। गन्दगी के कारण संक्रामक बीमारियों के फैलने का भी बड़ा खतरा बना रहता है। यही कारण है कि ऐसे स्थानों को लेकर एनजीटी ने उन पर कार्यवाही के लिए निर्देश जारी किये। खुले स्थानों पर गन्दगी फैलाने वालों के खिलाफ बड़ी भारी जुर्माने का प्रावधान भी इन निर्देशों में किया गया है। यहां तक की निर्माण कार्य का मलबा फैलाने वालों पर भी इसमें कार्यवाही करते हुए जुर्माना वसूलने के निर्देश दिये गये हैं, लेकिन विभागीय अनदेखी और सख्ती नहीं होने के कारण लोगों की आदत नहीं सुधर रही है। शहर की गांधी कालौनी, पटेलनगर, भरतिया कालौनी, नई मण्डी जैसे पोश इलाके हों या फिर दूसरे वार्ड सभी जगह खाली प्लाट कूड़ा डलावघर बने दिखाई पड़ ही जायेंगे। शहर की मलिन और नई बस्तियों में तो साफ-सफाई के बुरे हालात हैं। ऐसे में अब शहर के वार्डों को गन्दगी से मुक्त करने के लिए पालिका प्रशासन ने कुछ कसरत की है। अधिशासी अधिकारी हेमराज सिंह ने पालिका के सभी वार्डो में खाली प्लाट और निजी खाली भूमि का ब्यौरा तलब किया है, वहां का भौतिक सत्यापन करते हुए स्थलीय निरीक्षण कर मौके की रिपोर्ट भी मांगी गयी है । ईओ ने इसके लिए नगर स्वास्थ्य अधिकारी और जोनल सेनेट्री ऑफिसर को पत्र लिखकर खाली प्लाट में कूड़ा और गन्दगी फैलाने वालों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं। इसके साथ ही ईओ हेमराज सिंह ने सभी वार्डो से सफाई नायकों को खाली प्लाट का सर्वे करते हुए उनके मालिकों के नाम और मोबाइल नम्बर जुटाकर पूरा डाटा एकत्र करने के निर्देश दिये हैं । इसके साथ ही सफाई नायकों की जिम्मेदारी तय की गयी है कि उनके वार्डो में खाली प्लाट और खाली भूमि पर कहीं पर भी गन्दगी और कूड़ा एकत्र न किया जाये। इसके लिए प्लाट मालिकों की जिम्मेदारी होगी कि उनके प्लाट या खाली भूमि पर गन्दगी न फैले । इसके लिए ईओ हेमराज सिंह ने बताया कि वार्डो में काफी संख्या में ऐसे खाली प्लाट हैं, जहां पर लोगों ने कूड़ा करकट एकत्र करते हुए गन्दगी का ढेर लगाया हुआ है। इसके लिए समय समय पर कार्यवाही तो की जाती रही है, लेकिन लोगों के द्वारा कूड़ा फैलाना बन्द नहीं किया जा रहा है। इसको लेकर अब प्लाट मालिकों के खिलाफ ही सख्ती करने की तैयारी है। उनको या तो अपने प्लाट की घेराबंदी करनी होगी, जिससे वहां पर कूड़ा डालने की जगह ही लोगों का न मिले, या फिर प्लाट में पड़ा कूड़ा करकट अपने खर्च पर निस्तारित कराना होगा। उन्होंने कहा कि एनजीटी के सख्त आदेश हैं। इसके लिए वार्डो से सफाई नायकों के माध्यम से ऐसे खाली प्लाट की सूची बनाकर रिपोर्ट मांगी गयी है। इसके बाद खाली प्लाट मालिकों को नोटिस जारी करते हुए उनको प्लाट की चार दिवारी कराकर कूड़ा करकट की संभावना को खत्म करने के लिए प्रेरित किया जायेगा , यदि फिर भी लोगों ने सहयोग नहीं किया तो जिसके भी प्लाट में गन्दगी और कूड़ा पाया जायेगा, उसके खिलाफ एनजीटी के नियमों और आदेशों के अनुसार कार्यवाही की जायेगी , वहीं नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार का कहना है कि ईओ के निर्देश पर सफाई नायकों को वार्डो में खाली प्लाट की सूची उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।