जेल में बंद 67 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ा, 420 मुकदमे में 2019 से था बंद

दस दिन से जिला अस्पताल में था भर्ती, अब दम तोड़ा
मुजफ्फरनगर। जिला कारागार में करीब तीन साल पूर्व धेखाधड़ी के आरोप में झिंझाना थाना पुलिस द्वारा जेल भेजे गए बंदी की जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। उसे दस दिन पूर्व सांस की बीमारी के चलते हालत बिगड़ने पर जेल अस्पताल से जिला अस्पताल रेफर किया गया था। शामली जनपद के झिंझाना थाना पुलिस ने गत तीन जुलाई 2019 को धोखाधड़ी और अमानत में ख्यानत के एक मामले में गाजियाबाद जनपद के विजयनगर थाना क्षेत्र के बिहारीपुरा निवासी मित्रसेन (67) पुत्र चरणसेन को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। तभी से वह जिला कारागार में ही बंद थ। जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ समय से बंदी मित्रसेन सांस की गंभीर बीमारी से पीड़ित हो गया था, जिसका जेल अस्पताल में उपचार चल रहा था। गत 14 मई को मित्रसेन की हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था, जिसके बाद से वह जिला अस्पताल में ही भर्ती था। सोमवार सुबह उपचार के दौरान बंदी की मौत हो गई। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी भेज दिया है। वहीं, जेल प्रबंधन द्वारा बंदी के परिजनों को उसकी मौत की जानकारी दे दी गई है।