स्वामी अवधेशानंद की सीख, ठीक बोलो, सोचो और ठीक करो

मुजफ्फरनगर जिला जेल में बंदियों के लिए लाइब्रेरी खुली, जेल अस्पताल का भी विस्तार
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर जिला जेल में लाइब्रेरी का उद्धाटन करते हुए स्वामी अवधेशानन्द गिरि जी महाराज ने बंदियों को सीख दी। उन्होंने कहा कि जीवन का सार मुख्यतः इन 3 बिन्दुओं पर ही केन्द्रित रहना चाहिये। ठीक बोलो, ठीक सोचो और ठीक करो। कहा कि इससे जीवन में परेशानियां नहीं आएंगी। उन्होंने जिला जेल में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मृति पटल पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर नवग्रह वाटिका का उद्घाटन भी किया। एडीजी मेरठ जोन राजीव सभरवाल शामिल रहे। जिला जेल में अस्पताल विस्तार एवं लाइब्रेरी स्थापना के मौके पर स्वामी अवधेशानंद महाराज, एडीजी मेरठ जोन राजीव सभरवाल एवं एसएसपी अभिषेक यादव तथा जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा। वीर सावरकर के जन्मदिवस के अवसर पर जिला जेल पधारे स्वामी अवधेशानन्द गिरि महाराज व अन्य अतिथियों ने विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेते हुये सर्वप्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मृति पटल पर माल्यार्पण व पुष्पांजली अर्पित की। तत्पश्चात जेल परिसर मंदिर में दीप प्रज्जवलन, शिवलिंग पर जलाभिषेक किया तथा फिर कारागार में नवग्रह वाटिका का उद्घाटन व वृक्षारोपण किया। उन्होंने जिला जेल, मुजफ्फरनगर के अस्पताल (विस्तार) का फीता काटकर शुभारम्भ किया। अस्पताल में भर्ती बंदियों को अपने हाथों से फल आदि वितरित किये। भोजनालय का अवलोकन करते हुये स्वामी अवधोशानंद ने जेल प्रशासन एवं व्यवस्था की प्रशंसा की। नवीन पुस्तकालय का उद्घाटन किया गया तथा बंदियों ने भाव-भक्ति के साथ मां सरस्वती वंदना एवं स्वागतगान से सभी का मन मोह लिया। इस अवसर पर जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने स्वामी अवधेशानंद एवं एडीजी जोन मेरठ राजीव सभरवाल, डीआइजी कारागार अमिता दूबे, एसएसपी अभिषेेक यादव, एसपी सिटी अर्पित विजय वर्गीय का स्वागत एवं सम्मान किया गया। अवधेशानन्द गिरि महाराज ने बंदियों से कहा कि जीवन का सार मुख्यतः इन तीन बिन्दुओं पर ही केन्द्रित रहना चाहिये, ठीक बोलो-ठीक सोचो-ठीक करो, तो फिर जीवन में परेशानियां नहीं होंगी। उन्होनें कहा कि मुजफ्फरनगर जेल को लेकर सबकी धारणा पूरी तरह यहां आकर बदल गयी और यहां पर बैठे बंदियों के हंसते चेहरे बता रहे है कि सभी बंदी यहां पर पूरी तरह शांति पूर्वक ढ़ंग से धर्म लाभ उठा रहे है।
बंदियों की रिहाई की कामना की
बंदियों के सन्दर्भ में स्वामी अवधेशानंद ने कहा कि आप सबकी रिहाई का परवाना जल्द आये। वह यहीं मनोकामना करते हैं। इस अवसर पर स्वामी जी ने पुस्तकालय स्थापित करने में अपना अमूल्य योगदान करने वाले समाजसेवियों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। जेल में महिला बंदियों के बनाये गये बैग स्वामी जी सहित सभी अतिथियों को सप्रेम भेंट किये गये। साथ ही स्वामी जी ने सभी बंदियों को अपने हाथों से प्रसाद वितरित किया। अन्त में जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने स्वामी जी सहित सभी अतिथियों को अपने आवास पर जलपान कराया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा. रंजीत सिंह, जेल चिकित्साधिकारी, कमलेष सिंह, जेलर, उप कारापाल सुरेन्द्र मोहन सिंह, कैलाश नारायण शुक्ला, मेघा राजपूत, लक्ष्मी देवी, कनिष्ठ सहायक रेनू वाजपेयी, फार्मासिस्ट शैलेन्द्र कुमार राही आदि उपस्थित रहे।