राकेश टिकैत पर हुआ हमला कायराना साजिश, देगे मुहतोड़ जवाब

मुजफ्फरनगर के सिसौली में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता व किसान नेता राकेश टिकैत पर कर्नाटक में एक कार्यक्रम के दौरान हुए हमले पर किसानों में भारी रोष व्याप्त है।सिसौली स्थित भाकियू मुख्यालय मे आनन-फानन में आज शाम कस्बावासियों द्वारा आपात पंचायत बुलाई गई । आपात पंचायत में आसपास के गांवो से व क्षेत्र से भारी संख्या में किसान भाकियू मुख्यालय पहुंचे ।
आपात पंचायत में गठवाला खाप के थांबेदार बाबा श्याम सिंह मलिक ने कहा कि यह हरकत कायरता पूर्ण है ,किसान इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। चौधरी श्याम सिंह मलिक ने गठवाला खाप की तरफ से आश्वासन दिया कि अगर टिकैत परिवार पर कोई भी आंच आई तो सबसे पहले गठवाला खाप किसी भी आंदोलन की अगवाई करने को तैयार हैं।
चौधरी श्याम सिंह मलिक में भरोसा दिलाया की जब तक उनके प्राण हैं तब तक वे भारतीय किसान यूनियन का साथ नहीं छोड़ेंगे ।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने राकेश टिकैत पर हुए हमले को साजिश व कायरता पूर्ण बताया ।उन्होंने मौजूदा सरकार को खूब लताड़ा ।
चौधरी नरेश टिकैत ने कहा की अगर यह घटना उत्तर प्रदेश में हुई होती तो इस घटना की प्रतिक्रिया में अब तक सेकडो जान जा सकती थी । किसान चौधरी राकेश टिकैत से दिल से प्यार करते हैं।
चौधरी नरेश टिकैत ने सभी किसानों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि 31 मई को इस घटना के विरोध में जिला मुख्यालय पर शांतिपूर्वक डीएम को ज्ञापन दिया जाएगा।
चौधरी टिकैत ने कहा कि किसानों को देश प्रदेश की चिंता है ओर वे अपने राष्ट्र से अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करते हैं। किसान किसी भी प्रकार का झगड़ा नहीं चाहते। वे केवल सरकार से आग्रह करना चाहते हैं की किसानों को धर्म व जातियो में बाटने की बजाय उनकी समस्याओं का समाधन निकाला जाए । आपात पंचायत में वीरेंद्र लाटियान , अनिल राजपाल सिंह , शुभम मलिक लांक , धीरज लटियान , शेरपाल राणा , ओमकार काला , देवेंद्र मुखिया , भगत सिंह आदि मौजूद रहे । पंचायत की अध्यक्षता चौधरी दरियाव सिंह व संचालन मास्टर ओमपाल सिंह ने किया ।
हमलावरों पर हो कड़ी कार्यवाही
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं किसानों की आन बान के प्रतीक चौधरी राकेश टिकैत पर कर्नाटक में प्रदेश भाकियू की एक बैठक में हुए कायराना हमले एवं स्याही फेंकने की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए किसान चिंतक एवं वरिष्ठ समाजसेवी कमल मित्तल ने कहा कि है इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। यह घटना कर्नाटक सरकार की लचर पचर कानून व्यवस्था की ओर इशारा करती है। जिन सिरफिरे लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है और जो लोग इस घटना के पीछे हैं इसकी पूरी जांच कराकर इन लोगों को के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।