बेसहारा बच्चों से पीएम ने की वर्चुअल मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा कोविड-19 संमण के दौरान अपनों को खो चुके अनाथ बच्चों को सरकार की ओर से बड़ा सहारा प्रदान किया गया है। सोमवार को देशभर में पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन अभियान के तहत अनाथ हुए बच्चों को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान करने की शुरूआत की गयी। इस योजना में जिले के 8 अनाथ बच्चों का चयन किया गया। इन बच्चों से पीएम मोदी ने वर्चुअली कार्यम के दौरान बातचीत की, उनको सरकार के साथ का भरोसा दिलाया और मन लगाकर पढ़ने की प्रेरणा भी दी। सोमवार को कलक्ट्रेट स्थित जिला सूचना विज्ञान अधिकारी कार्यालय (एनआईसी) में पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के तहत वर्चुअल कार्यक्रम हुआ। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मई 2021 में कोविड 19 महामारी से अनाथ हुए बच्चों के समुचित विकास, संरक्षण, शिक्षा एवं कल्याण को प्रारंभ की गई पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम-2021 के अंतर्गत जनपद मुजफ्फरनगर में चिन्हित किये गये आठ बच्चों को योजना का लाभ प्रदान किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि कोरोना के कारण अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों के सपनों को पीएम केयर फार चिल्ड्रन स्कीम पूरा करेगा। वर्चुअल माध्यम से पूरे देश में बच्चों एवं उनके परिजनों को सम्बोधित करते हुए उन्होने आश्वस्त किया कि बच्चें कभी भी अपने आपको अकेला न समझें। उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य, संरक्षण के लिए मॉ भारती उनके साथ है। इस अवसर पर उन्होने पूरे देश के 4345 बच्चो के बैंक खातों में आर्थिक सहायता की धनराशि स्थानांतरित की गई। प्रत्येक बच्चे के बैंक खाते में 20,000 रुपए की स्कॉलरशिप भी हस्तातरित की गई। साथ ही उन्हें रू 5 लाख तक इलाज के लिए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य कार्ड प्रदान किया गया। लखनऊ में प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के कारण अपने अभिभावको को खोने वाले बच्चों को पोस्ट आफिस की पासबुक, आयुष्मान कार्ड एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया। प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि कोरोना के कारण अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों के संरक्षण के लिए 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है। 18 वर्ष से 23 वर्ष की आयु तक उन्हें प्रतिमाह इसका ब्याज उनके खर्चो के लिए उनके बचत खाते में प्राप्त होता रहेगा। 18 से 23 वर्ष तक उन्हें मासिक स्टाइपेण्ड प्राप्त होगा। 23 वर्ष की आयु पूरा करने पर सम्पूर्ण धनराशि रुपए 10 लाख उनके खाते में अन्तरित हो जायेगी। उन्हें 05 लाख रुपए तक इलाज की निरूशुल्क सुविधा आयुष्मान कार्ड से प्राप्त होंगी। उच्च शिक्षा के लिए उन्हें एजुकेशन लोन भी प्राप्त होगा, जिसके ब्याज का भुगतान पीएम केयर्स फंड से किया जाएगा। उन्होने कहा कि बच्चों के मानसिक विकास के लिए संवाद हेल्पलाइन शुरू किया गया है, जिसके अन्तर्गत वे फोन करके मनोविज्ञानिक समस्याओं का हल पा सकेंगें। उन्होने फिट इण्डिया, खेलों इण्डिया खेलों तथा योग को अपनाने के लिए बच्चो को सुझाव दिया। उन्होने बच्चों का आह्रवान किया कि वे उच्च शिक्षा प्राप्त करके देश की सेवा में अपना योगदान दें। वे अपने परिजन, गुरू एवं श्रेष्ठ लोगों की आज्ञा का पालन करें। संकल्पित होकर कड़ी मेहनत करेंगें तो वे अपने सपनों को अवश्य पूरा कर सकेंगें। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन इरानी ने सभी का स्वागत करते हुए बताया कि 4345 ऐसे बच्चों की देखभाल प्रधानमंत्री कार्यालय करता है। इस अवसर पर पी.एम. केयर्स फार चिल्डेन के कार्य करने की प्रणाली पर एक लघु फिल्म भी दिखायी गयी। कार्यक्रम का सजीव प्रसारण राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) में किया गया जिसमें राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग उत्तर प्रदेश कपिल देव अग्रवाल एवं जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने जिले के 08 लाभार्थी बच्चों को पोस्ट आफिस बैंक की पासबुक, आयुष्मान कार्ड, स्नेह पत्र तथा प्रधानमंत्री द्वारा हस्ताक्षरित बच्चों के नाम उनका संदेश भेंट किया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अजय कुमार तिवारी, जिला सहकारी अधिकारीध्जिला प्रोबेशन अधिकारी सतीश गौतम, बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉक्टर राजीव कुमार, पिंकी रानी, रीना देवी एवं अध्यक्ष बीना शर्मा, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य मंजू शर्मा, बाल संरक्षण अधिकारी नीना त्यागी, विधि परिवीक्षा अधिकारी हेमलता आदि अधिकारी उपस्थित रहे।