मुहब्बत का दुश्मन बना परिवार: अपने ही ले सकते है जान, एसएसपी से लगाई गुहार

मुजफ्फरनगर जिले में प्रेमविवाह की सजा मौत मिलने की धमकी दी जा रही है। ऐसी ही धमकियों से परेशान सिखेड़ा निवासी युवती ने प्रेम-प्रसंग के चलते प्रेम-विवाह कर एसएसपी से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
सिखेड़ा निवासी मनीषा पुत्री सुंदर ने शनिवार को पुलिस ऑफिस में शिकायती पत्र देकर बताया कि उसका काफी समय से तितावी क्षेत्र के गांव ढिंढावली निवासी अंकुश पुत्र राजकुमार से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। युवती के अनुसार, वह पूरी तरह बालिग है और उसने अपनी मर्जी से प्रेमी अंकुश के साथ गत 13 जून को प्रेम-विवाह कर लिया है। इसके बाद से वह प्रेमी के साथ ही रह रही है। युवती का कहना है कि प्रेम-विवाह से नाराज उसके परिजन व रिश्तेदार लगातार प्रेमी व उसके परिवार को धमकियां दे रहे हैं, जिससे उनकी जान-माल को खतरा उत्पन्न हो गया है। युवती ने एसएसपी अभिषेक यादव से परिजनों के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही सुरक्षा की भी गुहार लगाई है। आशंका जताई की उसकी एवम उसके पति की हत्या भी हो सकती है।
ईंट-भट्ठे पर काम कराकर नौ लाख हड़पे
शाहपुर क्षेत्र के गांव तावली निवासी पप्पू पुत्र मांगा ने पुलिस ऑफिस पर शिकायत कर बताया कि करीब डेढ़ साल पूर्व रहीस ठेकेदार व तस्लीम उसके घर पहुंचे और आसाम स्थित ईंट-भट्ठे पर 15 लोगों को लेबर भेजने के लिए कहा। हर व्यक्ति के लिए ठेकेदार ने तीन हजार रूपये रोज मजदूरी देने की बात कहते हुए 75 हजार रूपये एडवांस भी दिए, जिस पर उसने 15 लोगों को मजदूरी करने आसाम स्थित ईंट-भट्ठे पर भेज दिया। आरोप है कि कई माह तक काम कराने के बाद आरोपियों ने सभी लोगों को भट्ठे से बिना उनकी करीब नौ लाख की मजदूरी दिए भगा दिया। आरोप है कि अब ठेकेदार सभी लोगों को नौ लाख की मजदूरी नहीं देते हुए रूपये मांगने पर धमकियां दे रहे हैं। पीड़ित ने एसएसपी से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर मजदूरी दिलाए जाने की गुहार लगाई है।
जिलाधिकारी से साप्ताहिक बन्दी पर दुकाने बन्द कराने की मांग
मीरापुर कस्बे में शुक्रवार का दिन व्यापारियों की साप्ताहिक बन्दी का दिन है। व्यापारी साप्ताहिक बन्दी को दरकिनार कर बन्दी के दिन भी दुकान खोल कर शासन के नियमो का उलंघन कर रहे हैं। क्षेत्रीय श्रम निरीक्षक की लापरवाही के चलते मीरापुर में साप्ताहिक बन्दी के दिन शुक्रवार को व्यापारी दुकान खोले रखते हैं। साप्ताहिक बन्दी के चलते दुकानो पर काम करने वाले कर्मचारियों को अवकाश न मिलने के कारण वे अपने निजी व घरेलू कार्यो से वंचित रहते हैं। श्रम निरीक्षक की लापरवाही के चलते साप्ताहिक बन्दी के दिन बाजार खुल रहे हैं। श्रम निरीक्षक कार्यालय के कर्मचारी व्यापारियों से प्रतिमाह सम्पर्क बनाये रखते हैं। दुकानो पर काम करने वाले कर्मचारियों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि उन्हे साप्ताहिक अवकाश से वंचित न किया जाये।