शिकारियों ने ली नीलगाय की जान, भड़के धर्मनगरी के संत

सेन्चुरी क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रहा वन्यजीवों काशिकार,फिर शिकारियो ने की नील गाय की हत्या,साधु सन्तों में भड़का रोष
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— TRUE STORY (@TrueStoryUP) September 4, 2022
काज़ी अमजद अली
मुज़फ्फरनगर के सेन्चुरी क्षेत्र में एक्टिव शिकारियों द्वारा वन्य जीवों का शिकार धडल्लें से किया जा रहा है। शिकारी रात के अंधेरे में खेतो के किनारे फंदा लगाकर जंगली जानवरों का शिकार कर रहे हैं। रविवार की सुबह शुकतीर्थ क्षेत्र में सड़क किनारे नील गाय का शव मिला है। शुकतीर्थ क्षेत्र में हो रहे शिकार पर साधु संतों व हिन्दू संगठनों में रोष व्याप्त हो गया है। साधु संतों ने वन विभाग व पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए शिकारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की मांग की है।
तीर्थनगरी शुकतीर्थ का क्षेत्र हस्तिनापुर सुरक्षित वन्य जीव अभयारण्य के अंतर्गत आता है। जहाँ जंगली जानवरों की सुरक्षा के प्रबंध किए जाने आवश्यक हैं। किन्तु सेन्चुरी क्षेत्र में जंगली जानवरों का शिकार धडल्ले से किया जा रहा है। रविवार को जंगल में गाय चराने वाले ग्वाले हरलाल ने बताया कि गंगा के किनारे जंगली जानवरों का शिकार रात के अंधेरे में किया जा रहा है। शिकारी सडक किनारे व खेतों की मेढ़ आदि पर मोटरसाइकिल में प्रयुक्त होने वाले क्लच के तार की फंदियां लगा देते हैं,नील गाय जोकि चरते समय अपना मुँह नींचे कर चलती है इस फंदे में उसकी गर्दन फँस जाती है। शिकारी अपनी गाडियां में रखकर जंगली जानवरों के शव को ले जाते हैं।
अश्विनी यादव ने बताया कि गंगा खादर क्षेत्र में हो रहे शिकार की सूचना भोपा पुलिस व वन विभाग को अनेक बार दी जा चुकी है। इसके बावजूद जंगली जानवरों की हत्या शिकारियों द्वारा की जा रही है। महामंडलेश्वर स्वामी गोपालदास जी महाराज ने तीर्थनगरी क्षेत्र में हो रहे शिकार की घटना पर भारी रोष प्रकट किया व शिकारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की मांग की है। साध्वी माता राजनन्देश्वरी ने कहा कि यह बडे दुर्भाग्य की बात है कि पावन तीर्थनगरी क्षेत्र में भी जानवरों का शिकार किया जा रहा है। प्रशासन को तुरन्त कार्रवाई करनी चाहिए।